- उप चुनाव का रण: अब प्रदेश अध्यक्ष- उप मुख्यमंत्रियों के जिम्मे भी दो- दो सीटें
- प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को गाजियाबाद- खैर जिताने की जिम्मेदारी
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद अयोध्या की मिलकीपुर और अंबेडकरनगर की कटेहरा सीट का जिम्मा संभालेंगे
अशोक ओझा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले दस विधानसभा सीटों के उप चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा ‘चक्रव्यूह’ तैयार किया है जिसे भेदना विपक्षी दलों के लिए आसान नहीं होगा। खुद मुख्यमंत्री ने जहां दो सीटों का जिम्मा लिया है, वहीं दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को दो दो सीटों का जिम्मा सौंपा गया है।
लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के हाथों शिकस्त झेल चुकी भाजपा ने दस सीटों के उप चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरा जिम्मा सौंप दिया है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी खुद एक एक चीज पर नजर रख रहे हैं। यहीं कारण है कि वे उप चुनाव के लिए बने कोर ग्रुप की अब तक कई बैठकें कर चुके हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार की रात हुई बैठक में एक बार फिर से हर सीट को लेकर नफा नुकसान पर बात की गई। इतना ही नहीं जिन जिन विधानसभा क्षेत्रों में तीन- तीन मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई है उनसे समय समय पर रिपोर्ट भी ली जा रही है। मंत्रियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि उनका पहला उनके हिस्से में आई सीटों पर जीत हासिल करना है।
सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही मंत्रियों को लगातार उन्हें आवंटित विधानसभा क्षेत्रों में लगातार कैंप करने एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर फीडबैक लेने के निर्देश भी दिये गये हैं। अपने अपने क्षेत्र में लौटे मंत्री अब लगातार कार्यकर्ताओं के बीच रहते हुए संगठन को भी कसने का काम करेंगे। जहां जहां कमी है उसे दूर करवाने का जिम्मा भी इन मंत्रियों को सौंपा गया है। इनमें वरिष्ठ मंत्री का जिम्मा अधिक होगा। जैसे गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा को भी पूरा जिम्मा सौंपा गया है, दो अन्य मंत्री उनका सहयोग करेंगे।
इसके साथ ही सोमवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद दो सीटें अयोध्या की मिलकीपुर और अंबेडकरनगर की कटेहरा सीट का जिम्मा लिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को मीरापुर के साथ ही कुंदरकी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को गाजियाबाद शहर एवं अलीगढ़ की खैर सीट, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को फूलपुर और मझवां तथा ब्रजेश पाठक को सीसामऊ और करहल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सूत्रों पर भरोसा करें तो जिन सीटों की जिम्मेदारी इन वरिष्ठ नेताओं और उप मुख्यमंत्रियों को दी गई वहां पर प्रत्याशी चयन में भी इनका मजबूत दखल होगा। मुख्यमंत्री समेत इन पांचों नेताओं को पूरा प्रदेश देखना है, लेकिन वे अधिक ध्यान इन्हें आवंटित सीटों पर ही देंगे। इसके साथ ही लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें भी करेंगे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चक्रव्यूह को भेदना विपक्ष के लिए आसान नहीं होगा। योगी की योजना इंडिया गठबंधन को उसके ही मजबूत क्षेत्र में भी घेरने की है।