- संघ- भाजपा बैठक के चलते पउप्र की क्षेत्रीय बैठक स्थगित
- लोकसभा चुनावों के साथ ही संगठन- सरकार में तालमेल भी होगा मुद्दा
- संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार करेंगे बैठक
- जुलाई के अंत में होने वाली राष्टÑीय समन्वय बैठक से पहले उप्र की बैठक महत्वपूर्ण
अशोक ओझा
लखनऊ। लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में भाजपा के मनमाफिक परिणाम न मिलने और चुनाव के बाद संगठन- सरकार में चल रहे टकराव के मद्देनजर भाजपा और राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की दो दिवसीय समन्वय बैठक 20 – 21 जुलाई को लखनऊ में होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक के चलते भाजपा की पश्चिम समेत अन्य कार्यसमिति की बैठकों को स्थगित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा के मनमाफिक परिणाम न आने के बाद से संगठन और सरकार में टकराव का संदेश जा रहा है। इसका कारण कुछ बड़े नेताओं के साथ ही जन प्रतिनिधियों की बयानबाजी भी है। जबकि निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों के उप चुनाव भी होने हैं। लोकसभा चुनाव के साथ ही संगठन और सरकार में तालमेल के संघ- भाजपा की लखनऊ में 20 व 21 जुलाई को होने वाली बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस बैठक में मुख्य रूप से संघ और भाजपा में सेतु का काम करने वाले संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। उनके साथ ही संघ के कुछ वरिष्ठ प्रचारक भी मौजूद रहेंगे।
भाजपा की तरफ से इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक उपस्थित रहेंगे। इनके बाद आवश्यकता के अनुसार संघ बैठक में किसी भी अन्य नेता को बुला सकता है।
सूत्र बताते हैं कि संघ लोकसभा चुनाव में सीट दर सीट पर मंथन करेगा और हार के कारणों के साथ ही वोट प्रतिशत में गिरावट को लेकर भी सभी से बात होगी। सूत्रों के अनुसार जुलाई के अंत में संघ और भाजपा की राष्टÑीय स्तर पर समन्वय बैठक होनी है। इस बैठक के मद्देनजर लखनऊ की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जुलाई के बाद ही संगठन और सरकार में क्या बदलाव होना चाहिये इसको लेकर रूपरेखा बनाई जायेगी।
इस बैठक के चलते गाजियाबाद में शनिवार को होने वाली भाजपा की पश्चिमी क्षेत्र की कार्यसमिति को स्थगित कर दिया गया है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के साथ ही प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को भी उपस्थित रहना था।