अथाह संवाददाता गाजियाबाद। विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मांग की है कि रावण पुतला दहन पर रोक लगनी चाहिए रावण पुतला दहन हर वर्ष दशहरा के पावन पर्व पर रावण का पुतला जलाकर मनाया जाता है।
बीके शर्मा हनुमान ने यह भी कहा कि जो भी पुतला दहन करेगा उस समिति व आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाए, विश्व ब्राह्मण संघ रावण दहन पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है जब पूरे देश में रावण के पुतले जलाए जाते हैं जबकि अनेकों स्थान पर तो लोग सिर्फ रावण की पूजा करते हैं बल्कि श्राद्ध पक्ष के दौरान रावण के लिए तर्पण भी करते हैं और उत्तर प्रदेश में नोएडा स्थित रावण जन्म स्थान बिसरख में जहां माना जाता है कि यह स्थान रावण की जन्म भूमि है वहां पर रामलीला का मंचन वह दशहरा नहीं मनाया जाता।
गाजियाबाद स्थित श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर भी रावण बाल अवस्था में अपने पिता विशेश्वरवा के साथ पूजा करने आया करता था। बीके शर्मा हनुमान ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से विनम्र आग्रह किया है कि यह मसला केवल धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का ही नहीं पर्यावरण प्रदूषण से भी जुड़ा हुआ है। रावण का पुतला जलाना भारतीय संस्कृति के विरुद्ध है यह सनातन हिंदू संस्कृति का अपमान है, किसी को जलाया जाना उसका अंतिम संस्कार के समान है और हिंदू संस्कृति में ऐसा केवल एक बार ही किया जाता है किसी का बार-बार पुतला जलाया जाना उसका मखोल उड़ाने के समान है।
उन्होंने मांग की रामलीला मंचन के दौरान रावण के आचरण पर मंचन हो हमें कोई एतराज नहीं लेकिन बार-बार रावण का पुतला दहन करना यह अच्छा नहीं है इस पर रोक लगाई जाए। इस अवसर पर पंडित देवेंद्र शर्मा, पंडित सुभाष चंद्र शर्मा, डॉक्टर मिलन, एसके सिकदर, पंडित आरसी शर्मा मौजूद थे ।