- मुरादनगर के छोटा हरिद्वार पर कथित महंत का गंदा खेल उजागर
- पुलिस ने पांच दिन की फुटेज बरामद की, कथित महंत और उसका बेटा फरार
- डीएम के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने गंग नहर पर तोड़े अवैध निर्माण
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। दिल्ली एनसीआर में छोटा हरिद्वार के नाम से विख्यात मुरादनगर गंग नहर पर कथित महंत का गंदा खेल उजागर हुआ है। यहां पर वस्त्र बदलने के दौरान महिलाओं की वीडियो रिकार्ड की जाती थी। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कथित महंत मुकेश गिरी और उसके पुत्र की तलाश शुरू कर दी है। दूसरी तरफ जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बुलडोजर एक्शन दिखाया और गंग नहर पर अवैध अतिक्रमण ध्वस्त करवा दिये।
बता दें कि मुरादनगर गंग नहर पर स्रान के लिए पूरे दिल्ली एनसीआर से रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। विशेष दिन इनकी संख्या हजारों में होती है। मुरादनगर थाने में एक गांव की महिला ने शिकायत दर्ज करवाई कि महिलाओं के वस्त्र बदलने के स्थान पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से महिलाओं की रिकार्डिंग की जाती है। इसकी शिकायत महंत मुकेश गिरी से की गई तो उसने महिला से अभद्रता करने के साथ ही चेतावनी दी कि पुलिस में शिकायत करने पर नतीजा ठीक नहीं होगा। महिला ने इसकी शिकायत मुरादनगर थाने में की तो पुलिस के होश उड़ गये। तत्काल मौके पर जाकर पुलिस ने जांच की तो सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर में पांच दिन की रिकार्डिंग मिली। इसके साथ ही मुकेश गिरी के मोबाइल से भी रिकार्डिंग मिली।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी कैमरे को तोड़ने के साथ ही मुकदमा दर्ज कर मुकेश गिरी एवं उसके बेटे की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना से लोगों में भी नाराजगी है।
इतना ही नहीं घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह भी एक्शन में आये। उनके निर्देश पर सिंचाई विभाग के अधिकारी बुलडोजर लेकर गंग नहर पहुंचे तथा अवैध निर्माण को तहस नहस कर दिया। इसके साथ ही अवैध रूप से बनाई गई दुकानों को भी तोड़ दिया।
एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो पांच दिन की सीसीटीवी फुटेज बरामद हुई है। इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही दोषियों की तलाश शुरू कर दी गई है। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
विवेक चंद यादव, डीसीपी ग्रामीण, पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद
मुरादनगर गंग नहर पर घटना की जानकारी मिलने के साथ ही अवैध निर्माण की जानकारी भी मिली। इसके बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाये। अवैध निर्माण को गिरा दिया गया है।
इन्द्र विक्रम सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद