Dainik Athah

इष्ट की आराधना कष्ट को हरती है: आचार्य सौरभ सागर महाराज

श्री मंशापूर्ण महावीर क्षेत्र, जीवन आशा हॉस्पिटल में नौ दिवसीय महा अनुष्ठान

अथाह संवाददाता
मुरादनगर।
गंग नहर मुरादनगर के तट पर निर्मित श्री मंशापूर्ण महावीर क्षेत्र जीवन आशा हॉस्पिटल में चल रहे नौ दिवसीय महा अनुष्ठान में रविवार को सातवें दिन जिनेंद्र भगवान की महा आराधना धूमधाम के साथ की गई, जिसमें मूल नायक मंशापूर्ण महावीर स्वामी का शांति धारा करने का सौभाग्य अनिल कुमार जैन- शीतल जैन रोहिणी दिल्ली वाले एवं अमित कुमार जैन- पूनम जैन मेडिकल वाले देहरादून एवं विनय कुमार जैन, विवेक कुमार जैन गांधीनगर गाजियाबाद वालों को प्राप्त हुआ।

मुख्य सभा मंडप में शांतिधारा करने का सौभाग्य मनोज जैन एवं पुनीत जैन गाजियाबाद को प्राप्त हुआ। इस मौके पर संजय जैन गाजियाबाद ने बताया कि प्रतिदिन विधान के मध्य जिन दिव्यांगों को जीवन आशा हॉस्पिटल से कृत्रिम अंग प्रदान किए गए हैं उनकी प्रतिभाओं से समाज को रूबरू कराया जाता है।

पंडित संदीप जैन सजल ने बताया कि जिनेंद्र भगवान के एक दो नहीं 1008 नाम हुआ करते हैं जिनकी आराधना सिद्ध चक्र महामंडल विधान की आठवीं पूजन में की जाती है।
इस पावन पर्व पर आचार्य सौरभ सागर महाराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कितनी भी प्रतिकूल परिस्थितियों क्यों ना हो कभी भी धर्म एवं धर्म का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए। जिस प्रकार मैना सुंदरी और श्रीपाल के जीवन में भी अनेक कठिनाइयां, अनेक उतार चढ़ावाए, लेकिन उन्होंने कभी भी धर्म का साथ नहीं छोड़ा और एक समय वह आया जब वह दोनों मोक्ष गामी बने। क्योंकि इष्ट की आराधना सभी प्रकार के कष्टो का हरण कर लिया करती है।


संजय जैन ने बताया कि इस मौके पर रविवार को शाम से अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन गया जिसमें सुप्रसिद्ध कवित्री अनामिका जैन अंबर, सौरभ जैन सुमन, दिनेश रघुवंशी, अनिल अग्रवाल, अंजू जैन, कमलेश जैन वसंत, दीपक सैनी, कुलदीप ललकार आदि नामचीन कवियों ने कविता पाठ कर सभी को मोह लिया।


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