Dainik Athah

सिद्ध चक्र महामंडल विधान विधानों का भी विधान है: आचार्य सौरभ सागर

  • ध्वजारोहण के साथ प्रारंभ हुआ महा महोत्सव
  • इंद्राणियों ने निकाली घट कलश यात्रा

अथाह संवाददाता
मुरादनगर।
गाजियाबाद जिले के गंग नहर के समीप स्थापित श्री दिगंबर जैन मंशापूर्ण महावीर क्षेत्र जीवन आशा अस्पताल परिसर पर परम पूज्य आचार्य सौरभ सागर महाराज के पावन सानिध्य में 12 मई से लेकर 20 मई तक आयोजित हो रहे श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान का भव्य आयोजन ध्वजारोहण के साथ प्रारंभ हुआ। सर्वप्रथम अनेकों स्थान से पधारे गुरु भक्तों ने देव आज्ञा गुरु आज्ञा को लेकर के कार्य प्रारंभ हुआ तत्पश्चात मूल नायक मंशा पूर्ण महावीर भगवान की मंगल शांति धारा का सौभाग्य जिसको अमित जैन मेडिकल वाले देहरादून एवं सचिन जैन पारस टावर देहरादून को सौभाग्य प्राप्त हुआ तत्पश्चाप सैकड़ो की संख्या में इंद्राणियों ने घट कलश को लेकर के घट यात्रा प्रारंभ की एवं पूरे क्षेत्र का भ्रमण करने के पश्चात घट यात्रा आयोजन स्थल पर पहुंची जहां पर मंडप शुद्ध पंडाल शुद्धि का कार्य किया।

तत्पश्चात पूज्य आचार्य सौरभ सागर महाराज के पावन सानिध्य में ध्वजारोहण करने का सौभाग्य पंकज जैन एवं मोनिका जैन राधेपूरी दिल्ली को प्राप्त हुआ एवं पांडाल उद्घाटन करने का सौभाग्य पुनीत जैन- वानी जैन गाजियाबाद को सौभाग्य प्राप्त हुआ।

अनुष्ठान के विषय में बताते हुए संजय जैन ने बताया कि यह अनुष्ठान जीवन आशा हॉस्पिटल के पांचवें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर किया जा रहा है प्रतिदिन भगवान की अभिषेक शांति धारा एवं विधान का किया जाएगा। उन्होेंने बताया कि समस्त मांगलिक क्रियाएं पंडित संदीप जैन सजल ने संपन्न करवाई एवं संगीत की सुमधुर धनिया रामकुमार एंड पार्टी भोपाल े प्रेषित की।
इस पावन और पुनीत बेला में परम पूज्य संस्कार प्रणेता आचार्य सौरभ सागर महाराज ने कहा कि सिद्ध चक्र महामंडल विधान विधानों का भी विधान है इसलिए इसको विधानों का राजा कहा जाता है, जो भी इंद्र इंद्राणी पूरे मनोभाव के साथ इस विधान को करता है उसे महा पुण्य का आश्रव (प्राप्ति) होता है।


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