- गाजियाबाद में मंदिरों को तोड़े जाने का मुद्दा
- बराबर में बैठकर विहिप अध्यक्ष ने कहा महापौर से संतुष्ट
- प्रेस वार्ता के बाद से ही विहिप और संघ को मैनेज करने का दौर हो गया था शुरू
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद महानगर में नगर निगम पर 15 से 20 मंदिरों को तोड़े जाने का आरोप लगाने और साथ ही शुक्रवार को नगर निगम पर हिंदू संगठनों के प्रदर्शन की घोषणा करने वाली विश्व हिंदू परिषद आंदोलन से 14 घंटे पहले ही बैकफुट पर आ गई। महापौर की बगल में बैठकर विहिप के महानगर अध्यक्ष ने जिस प्रकार का बयान दिया वह बताता है कि विहिप किस कदर दबाव में आ गई। उन्होंने कहा कि कोई मंदिर नहीं तोड़ा गया। वे खुद ही अपने बयान से पलट गये।
बता दें कि बुधवार को विहिप के महानगर अध्यक्ष आलोक गर्ग समेत अन्य पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर नगर निगम पर 15 से 20 मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही एक दर्जन मंदिरों की सूची भी मीडिया को दी गई जिनको तोड़ा गया था। प्रेस वार्ता में जब गर्ग से पूछा गया कि क्या वे अपने कदम से पीछे तो नहीं हटेंगे? इस पर गर्ग समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि संघ समेत विहिप के उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद ही निर्णय लिया गया है।
कुछ घंटो बाद ही शुरू हो गया था मैनेज करने का प्रयास
बता दें कि राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ के सहयोगी विहिप की घोषणा के बाद नगर निगम अधिकारी सक्रिय हो गये थे। उन्होंने बुधवार दोपहर ही प्रेस वार्ता कर स्पष्टीकरण दिया था कि उन्होंने कोई मंदिर नहीं तोड़ा, बल्कि हाईकोर्ट के आदेश से रास्ते से अतिक्रमण हटाया था, वह मंदिर नहीं बल्कि कमरे थे। सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही नगर निगम आयुक्त एवं महापौर ने भी अपने स्तर से आंदोलन न हो इसके लिए प्रयास शुरू कर दिये थे।
इसका असर यह हुआ कि गुरुवार को विहिप के प्रांतीय मंत्री राजकुमार की मध्यस्थता में बैठक हुई। बैठक में दोनों पक्षों के लोग थे और सहमति बन गई कि शुक्रवार को होने वाला आंदोलन स्थगित कर दिया जाये।
Ñप्रदेश में हमारी सरकार है। किसी मस्जिद और मजार को जब नहीं छेड़ा गया तो मंदिर तोड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता। राम मंदिर के उद्घाटन के समय महानगर के सभी मंदिरों को सजाया गया था। पूरा परिवार एक साथ है। कोई मतभेद नहीं है। कहीं कोई दिक्कत आयेगी तो पूरा नगर निगम एक साथ है, सभी पार्षद भी एक साथ है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
सुनीता दयाल, महापौर गाजियाबाद नगर निगम
विहिप के प्रांतीय मंत्री आये थे और महापौर के साथ बैठक में बात हुई। इसमें सभी मुद्दे उठाये गये। यह भी स्पष्ट हुआ कि कोई मंदिर तोड़ा नहीं गया। यदि तोड़ा गया है तो उसकी जांच करवाई जायेगी। हम कभी किसी अतिक्रमण के मामले में साथ नहीं है।
आलोक गर्ग, महानगर अध्यक्ष विहिप गाजियाबाद