- दैनिक अथाह की खबर की संघ में हो रही चर्चा
- भाजपा- संघ की नजरें दूसरे चरण के चुनाव पर, भरपाई की होगी कोशिश
- ढ़ाई घंटे चली बैठक में पार्टी संगठन रहा संघ के निशाने पर
- जहां तहां कमजोरी और कमजोर कड़ी को बताया, निर्णय पार्टी लेगी
अशोक ओझा
गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव को लेकर राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की बैठक के बाद अब संघ की नजरें दूसरे चरण वाली सीटों पर लग गई है। पहले चरण में जिन सीटों पर नुकसान की आशंका है उसको देखते हुए अब दूसरे चरण पर ध्यान केंद्रीत किया जायेगा। मुख्य रूप से इस दौरान त्यागी एवं क्षत्रिय समाज को लेकर रणनीति पर काम होगा। दैनिक अथाह में 19 अप्रैल को प्रकाशित संघ से जुड़े लोगों में चर्चा का विषय है।
बता दें कि दैनिक अथाह ने शुक्रवार के अंक में संघ और भाजपा के महामंथन को लेकर सटीक खबर प्रकाशित की थी। महामंथन में मौजूद अधिकांश नेताओं के साथ ही संघ से जुड़े अधिकारियों के नामों समेत बताया गया था कि कौन कौन लोग मौजूद है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में संगठन की कमजोरियों को लेकर मुख्य रूप से ध्यान आकर्षित किया गया। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि संगठन में कमजोरी क्यों है। इसके साथ ही क्षत्रिय एवं त्यागी समाज की नाराजगी को लेकर मुख्य रूप से चर्चा हुई।
संघ की तरफ से कहा गया कि दूसरे चरण में करीब चार सीटों पर नुकसान होने की आशंका है। इसको देखते हुए इन सीटों पर मुख्य रूप से फोकस किया जाना चाहिये तथा धरातल पर काम हो। जो कार्यकर्ता नाकारा है उनका चिन्हांकन चुनाव के बाद होगा। इसके साथ ही कहा गया कि दूसरे चरण के चुनाव के लिए त्यागी एवं क्षत्रिय समाज के नेता नुकसान न कर सके इसको लेकर काम हो। इसका कारण यह है कि पहले चरण के चुनाव के बाद दोनों समाज के नेता अब दूसरे चरण वाली सीटों पर सक्रिय होंगे और समाज को भाजपा से विमुख करने का काम करेंगे।
मेरठ- मुरादाबाद मंडल की सीटों पर पूर्व रह चुके संघ प्रचारकों को उतारा जायेगा मैदान में
सूत्रों के अनुसार दूसरे चरण के चुनाव के लिए संघ के वे प्रचारक जो पूर्व में मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर अमरोहा, हापुड़ आदि जिलों में रह चुके हैं उन अधिकारियों को कुछ दिन के लिए इन क्षेत्रों के मतदाताओं को साधने पर लगाया जायेगा। पूर्व में रह चुके कुछ प्रचारकों की इन जिलों में मजबूत पकड़ मानी जाती है। इसके साथ ही संघ की टोलियों को सक्रिय कर घर घर भेजा जायेगा।