विश्व पुस्तक मेले में ‘रामराज्य इन वाल्मीकि रामायण’ का विमोचन
अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने कहा कि लोग पूछते हैं कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब विहिप क्या करेगी? तो जवाब यह है कि विहिप अब रामराज्य के लिए पहल करेगी।
आलोक कुमार मंगलवार को यहां विश्व पुस्तक मेला में किताबवाले के स्टाल पर बीएचयू के भूतपूर्व डीन कौशल किशोर मिश्रा और बीकानेर विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज मिश्र लिखित पुस्तक ‘रामराज्य इन वाल्मीकि रामायण’ का विमोचन करने के उपरांत उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या के मंदिर में तो राम लला विराजमान हो गए, अब उन्हें जन- जन के हृदय में विराजमान कराने की जरूरत है। जिस दिन यह काम हो जाएगा, उसी दिन देश में रामराज्य आ जाएगा। उन्होंने कहा कि विहिप के अथक प्रयास से अयोध्या में राम मन्दिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह दुनिया के 55 देशों के पांच लाख मंदिरों में प्रसारण कराया गया। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ।
इससे पूर्व किताब के लेखकद्वय कौशल किशोर और मनोज मिश्र ने कहा कि रामराज्य दुख, दरिद्रता, हताशा, विषाद से इतर गौरव से जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने बताया कि दुनिया में 365 तरह के रामायण लिखे गए हैं लेकिन वाल्मीकि का रामायण सर्वश्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्योंकि वह राम के समकालीन थे। उन्होंने यह भी बताया कि इस पुस्तक को अंग्रेजी में लिखने का मकसद देश के अंग्रेजी परस्त लोगों को राम के चरित्र से परिचित कराना है। लोकमानस में तो राम पहले से ही बसे हुए हैं। समारोह में अलवर विश्वविद्यालय के कुलपति शिव सिन्धु पाण्डेय समेत कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। इससे पूर्व किताबवाले प्रकाशन के प्रबंध निदेशक प्रशांत जैन ने शाल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर अतिथियों का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ पत्रकार और लेखक राकेश मंजुल ने किया।