- इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के कर्टेन रेजर कार्यक्रम को सीएम ने किया संबोधित
- मुख्यमंत्री ने औद्योगिक आस्थानों और ओडीओपी सीएफसी की 13 परियोजनाओं का किया शुभारंभ
- बोले सीएम- युवा उद्यमी जो पहले निराश था, आज उसके चेहरे पर उत्साह दिखता है
- आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है ओडीओपी योजना : मुख्यमंत्री
- यूपी को बीमारा राज्य बनाना एक राजनीतिक मानसिकता थी, हमने उसे खत्म किया : योगी
- 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बनाना एक राजनीतिक मानसिकता थी, जिसे खत्म करके हमने इसे देश की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाया है। प्रदेश में परंपरागत कारीगर, शिल्पकार और युवा उद्यमी जो पहले निराश था आज उसके चेहरे पर उत्साह दिखता है। उत्तर प्रदेश की ओडीओपी योजना आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के कर्टेन रेजर सेरेमनी के आयोजन के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक आस्थानों और ओडीओपी सीएफसी की 13 परियोजनाओं का शुभारंभ किया। साथ ही विभिन्न जनपदों के परंपरागत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मानित किया।
अपने उद्बोधन में सीएम योगी ने एमएसएमई विभाग को धन्यवाद देते हुए प्रदेश के नव उद्यमियों और सम्मानित किये गये कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में बीते वर्ष ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन हुआ था, जिसकी सफलता ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसने यूपी के पोटिंशियल को प्रदर्शित करने का सशक्त मंच प्रदान किया। पहली बार 500 से अधिक विदेश बायर्स, 70 हजार से लोग उसमें सहभागी बने और 3 लाख लोगों का फुट फॉल हुआ। उन्होंने बताया कि फिर से 25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण का आयोजन होगा। इसके जरिए एक बार फिर यूपी अपनी क्षमता का प्रदर्शन वैश्विक समाज के सामने करने जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी के हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमियों के पास क्षमता थी लेकिन उन्हें शासन के प्रोत्साहन और प्लेटफार्म की आवश्यकता थी। प्रदेश में हजारों साल से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की अनेक इकाइयां मौजूद थीं, लेकिन लगातार सरकारी उपेक्षा और इंस्पेक्टर राज के कारण इसके उद्यमी त्रस्त और पलायन को मजबूर थे। 2018 में हमने ओडीओपी योजना को शुरू किया गया, जिसके बाद परंपरागत उद्यम को मार्केट देने, टेक्नोलॉजी प्रदान करने का कार्य शुरू हुआ। परिणाम स्वरूप आज यूपी की ओडीओपी देश में यूनिक योजना बन चुकी है। ओडीओपी आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है, जिसपर यूपी को गौरव है।
सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा उद्यमी जो पहले हतोत्साहित था वो आज उत्साहित है। आज उनके चेहरे पर चमक दिखती है। उन्हें विश्वास है कि उनका प्रोडक्ट वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है। हमारा एक्सपोर्ट 86 हजार करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ का हो गया। इसने रोजगार के अवसर सृजित किये हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि युवा उद्यमियों को बूस्टअप करने के लिए हमने इस बजट में सीएम युवा उद्यमी योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण स्कीम प्रदान की जा रही है।
सीएम ने बताया कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री यूपी के चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर एक ही दिन में 10 लाख करोड़ की योजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। इससे 33 लाख नौजवानों को सीधे सीधे नौकरी मिलेगी। ये उद्योग जहां भी लगेंगे वहां सड़क बनेगी, बिजली मिलेगी, पेयजल की व्यवस्था होगी। नये रोजगार सृजित होंगे। आवासीय सुविधाएं भी विकसित होंगी। यूपी में पहले ये सभी क्लस्टर समाप्त हो रहे थे। आज प्रदेश में पैकेजिंग संस्थान स्थापित हो रहे हैं।
सीएम ने सभी युवा उद्यमियों का आह्वान किया कि इस साल सितंबर में ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में जरूर जाएं और यूपी के पोटेंशियल को देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इतना कुछ होने के बावजूद लोग कहते थे कि यूपी बीमार है। इंटरनेशनल ट्रेड शो में हमारी क्षमता को देखकर कोई यूपी को कोई बीमार नहीं कहेगा। आज यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी से ऊपर उठ चुका है। बीमारू राज्य एक राजनीतिक मानसिकता थी, जैसे ही हमने उस मानसिकता को खत्म किया तो यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई। अब हमें यूपी को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन काफी महत्वपूर्ण होगा। सीएम ने इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के लिए अग्रिम बधाई दी।
इस अवसर पर एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार, एसीएस अमित मोहन प्रसाद, इंडिया एक्स्पो मार्ट के अध्यक्ष राकेश कुमार, विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण और प्रदेशभर से आए हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमी मौजूद रहे।
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13 परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर एमएसएमई क्लस्टर पार्क योजना के तहत रायबरेली, मऊ, प्रतापगढ़ और महोबा में औद्योगिक अस्थानों का शिलान्यास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड एक्सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत गोमती नगर लखनऊ में ट्रेड प्रमोशन सेंटर का शिलान्यास, खाद्य एवं प्रसंस्करण के अंतर्गत कौशाम्बी में केला और गोंडा में दाल एवं मक्का में ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का शिलान्यास, मिनी औद्योगिक अस्थान बिल्हौर कानपुर नगर, पचरावां रायबरेली और अयोध्या का उच्चीकरण, जिला उद्योग केंद्र कौशाम्बी, अमेठी और वाराणसी के नवीन भवनों का शिलान्यास किया।
श्रमसाधकों का हुआ सम्मान
सीएम योगी ने अपने हुनर से अपना स्थान बनाने वाले श्रमसाधकों का भी सम्मान किया। इसमें विश्वकर्मा श्रम सम्मान के अंतर्गत बाराबंकी के राहुल (नाई), लखनऊ से निधि मल्होत्रा (दर्जी), सीतापुर के फिरोज अहमद (मोची) को सम्मानित किया गया। ओडीओपी प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण योजना के अंतर्गत रायबरेली के रंजीत कुमार (काष्ठ कार्य), लखनऊ की सरिता भारती (चिकनकारी), हरदोई की प्रतिभा यादव (वस्त्र उत्पाद) का सम्मान किया। यूपी माटी कला पुरस्कार के अंतर्गत गोरखपुर के कृष्ण कुमार प्रजापति (टेराकोटा), आजमगढ़ की पुष्पा प्रजापति (ब्लैक पॉटरी), सोनभद्र के धर्मु (मृदुभांड और नक्काशीदार फूलदान) का सम्मान किया। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अंतर्गत राज्यस्तरीय ग्रामोद्योगीय पुरस्कार से लखनऊ की शबाना खातून, मेरठ के शीषपाल, अमरोहा के कृष्णपाल को सम्मानित किया।