मुख्यमंत्री का आदेश बताकर प्रशासन और पुलिस ने यति नरसिंहानन्द सरस्वती की पदयात्रा को किया प्रतिबन्धित
अथाह संवाददाता ,गाजियाबाद।
मुख्यमंत्री का आदेश बताकर सोमवार रात 12 बजे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सनातन वैदिक राष्ट्र के लिये शिवशक्ति धाम डासना से मुख्यमंत्री के आवास तक जाने वाली पदयात्रा को प्रतिबंधित कर दिया।
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अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने इसे बहुत ही अन्यायपूर्ण और निंदनीय कार्यवाही बताया।
उन्होंने कहा कि बहुत ही शांतिपूर्वक होने वाली सन्तो की पदयात्रा को रोका जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पदयात्रा स्थगित करनी पड़ रही है। इसके स्थान पर अब हम सनातन वैदिक राष्ट्र की स्थापना का महाअभियान चलायेंगे।पर हिन्दू ये अच्छे से समझ ले कि अब इस देश मे हिन्दू सन्यासी को पदयात्रा करने का अधिकार भी नहीं रह गया है।
प्रशासन के रवैये ये व्यथित दिव्यांग संत बालयोगी ज्ञाननाथ महाराज ने कहा कि हमे प्रशासन ने नहीं बल्कि हिन्दू की कमजोरी ने रोका है।आज हिन्दू की स्थिति किसी विधवा के दामाद जैसी हो गयी है जिसका कोई भी अपमान कर सकता है।अगर हमारी जगह कोई मुस्लिम मौलाना होता तो प्रशासन और पुलिस का रवैया कुछ और होता क्योंकि मुस्लिम मौलानाओ के पीछे मजबूत जिहादी नेटवर्क,उनके नेता,उनके मौलाना और लाखों की तादात में जनसमूह होता है और हिंदुहित में लड़ने वाले साधु आज सबके लिये आसान शिकार हैं क्योंकि न तो दूसरे सन्यासी,न ही कोई नेता और न ही कोई संगठन या स्वयं हिन्दू जनता ऐसे लोगो के साथ खड़ी होती है।