- उत्तर प्रदेश के छात्रों को निपुण बनाने में जुटी योगी सरकार के प्रयासों को मिला बल
- ए प्लस कैटेगरी में वाराणसी, अंबेडकरनगर और कन्नौज जैसे जिलों का रहा दबदबा
- कक्षा एक से 3 में गौतमबुद्धनगर से सर्वाधिक 49.90 प्रतिशत छात्र ए प्लस कैटेगरी में शामिल
- कक्षा 4 से 8 में अंबेडकरनगर से सर्वाधिक 33.98 प्रतिशत छात्र ए प्लस कैटेगरी में रहे सफल
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बच्चों को निपुण बनाने में जुटी योगी सरकार की कोशिशें रंग ला रही हैं। प्रदेश के परिषदीय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की शिक्षा का स्तर जांचने के लिए कराए गए निपुण असेस्टमेंट टेस्ट (नैट) में यूं तो सभी 75 जिलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन ए प्लस कैटेगरी हासिल करने वाले जिलों में प्रतिशत के हिसाब से गौतम बुद्धनगर, वाराणसी, कन्नौज और अंबेडकरनगर जैसे जिलों ने खास सफलता हासिल की है। ए प्लस कैटेगरी वो है जिसमें छात्र 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करते हैं। इसके तहत कक्षा एक से 3 तक के छात्रों के निपुण असेसमेंट टेस्ट में गौतमबुद्धनगर में सर्वाधिक 49.90 प्रतिशत छात्रों ने ए प्लस कैटेगरी हासिल की है तो वहीं कक्षा 4 से 8 में अंबेडकरनगर में सर्वाधिक 33.98 प्रतिशत छात्र ए प्लस कैटेगरी प्राप्त करने में सफल रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को नैट का परिणाम घोषित किया है। इसके अनुसार कक्षा 1 से 3 और कक्षा 4 से 8 में 31 लाख से ज्यादा छात्रों ने ए प्लस कैटेगरी में जगह बनाई है। टेस्ट में जो बच्चे अब भी कमजोर पाए गए हैं, उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
जौनपुर, सुल्तानपुर और आजमगढ़ जैसे जिले भी रहे टॉप-5 में
जारी किए गए परिणामों के अनुसार कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों का ए प्लस कैटेगरी में प्रतिशत के हिसाब से सबसे अच्छा प्रदर्शन गौतमबुद्धनगर का रहा है, जहां 49.90 प्रतिशत बच्चों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। दूसरे स्थान पर वाराणसी (48.97 प्रतिशत), तीसरे पर कन्नौज (43.09 प्रतिशत), चौथे पर अंबेडकरनगर (42.47 प्रतिशत) और पांचवें पर जौनपुर (41.82 प्रतिशत) रहा है। इसी तरह कक्षा 4 से 8 तक में सबसे अच्छा प्रदर्शन अंबेडकरनगर का रहा, जहां 33.98 प्रतिशत छात्रों ने ए प्लस कैटेगरी हासिल की। इसके बाद कन्नौज (33.79 प्रतिशत), वाराणसी (33.61 प्रतिशत), सुल्तानपुर (28.51 प्रतिशत) और आजमगढ़ (28.21 प्रतिशत) भी टॉप-5 में रहे।
निपुण बनने की दिशा में आगे बढ़े छात्र
यदि ओवरआल पूरे रिजल्ट पर नजर डालें तो कक्षा एक से तीन तक में 30.49 प्रतिशत यानी कुल 15,56,366 छात्रों ने ए प्लस कैटेगरी हासिल की है। ए कैटेगरी (75 से 90 प्रतिशत अंक) पाने वाले छात्रों की संख्या 17.39 प्रतिशत यानी 8,87,738 है। बी कैटेगरी (60-75 प्रतिशत) में 24.72 प्रतिशत छात्र हैं, जिनकी कुल संख्या 12,61,765 है। सी कैटेगरी (50-60 प्रतिशत) में 11.65 प्रतिशत (5,94,673), डी कैटेगरी (40-50 प्रतिशत)में 5.18 प्रतिशत (2,64,257) और ई कैटेगरी (40 प्रतिशत से कम) में 10.58 प्रतिशत (5,39,945) बच्चे सम्मिलित हैं। कक्षा 4 से 8 तक के घोषित परिणामों में 15,66,902 छात्रों (19.79 प्रतिशत) ने ए प्लस कैटेगरी हासिल की है। वहीं, 28.03 प्रतिशत (22,20,033) ने ए कैटेगरी, 23.17 प्रतिशत (18,35,023) ने बी कैटेगरी,10.62 प्रतिशत (8,40,782) ने सी कैटेगरी, 7.11 प्रतिशत (5,62,897) ने डी कैटेगरी और 11.28 प्रतिशत (8,93,619) ने ई कैटेगरी प्राप्त की है।