Dainik Athah

कृषि विभाग दें किसानों को ऐसा ज्ञान, कम लागत में बढ़े पैदावार और खेतों में आए जान: जिलाधिकारी

  • जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आत्मा गवर्निंग बोर्ड बैठक एवं उत्तर प्रदेश मिलेटस पुनरोद्धार कार्यक्रम के लक्ष्यों का आवंटन
  • किसान किसी भी हालत में पराली न जलायें: राकेश कुमार सिंह
  • किसानों से सम्बंधित सभी योजनाओं का वृहद स्तर पर किया जाये प्रचार, पात्र किसानों को मिले योजनाओं का लाभ: जिलाधिकारी

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
महात्मा गांधी सभागार कलक्ट्रेट में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आत्मा गवर्निंग बोर्ड बैठक एवं उत्तर प्रदेश मिलेटस पुनरोद्धार कार्यक्रम के लक्ष्यों का आवंटन एवं अनुमोदन की बैठक गठित समिति के सदस्यों की उपस्थिति में आहूत हुई। इस मौके पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि किसानों से सम्बंधित सभी योजनाओं को वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाये। हर पात्र किसान को योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। साथ ही जिन किसान भाईयों ने योजनाओं का लाभ लिया है वे दूसरे को भी योजना की जानकारी देते हुए उन्हें भी लाभ पहुंचाएं। उन्होंने अपील की कि किसी भी परिस्थति में पराली आदि अपशिष्ट ना जलाये जायें।
उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्र द्वारा आत्मा योजनान्तर्गत वर्ष 2022-23 में कराये गए कार्य एवं वर्ष 2023-24 में प्राप्त लक्ष्यों के आवंटन के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। डा. प्रमोद कुमार कृषि वैज्ञानिक द्वारा एक्सपोजर विजिट मद में बकरी पालन हेतु 20 कृषकों के भ्रमण हेतु लक्ष्य कृषि विज्ञान केन्द्र को आवंटन करने का अनुरोध किया गया। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजनान्तर्गत लघु एवं सीमान्त कृषकों को स्प्रिंकलर सेट पर 90 प्रतिशत अनुदान पर वितरण किया जा रहा है।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों और किसानों को निर्देश दिये कि इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर कृषकों को लाभान्वित किया जाए। कृषि एवं सहयोगी विभागों को प्रदर्शन मद में 13-13 प्रदर्शनों एवं पम्पलेट मद में 10-10 हजार रुपये का लक्ष्य आॅवटित किया गया है, सभी विभाग अपने से सम्बन्धित समस्त प्रदर्शन समय से आयोजित कराकर बिल/ वाउचर्स उप कृषि निदेशक गाजियाबाद कार्यालय में उपलब्ध करायेगें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आत्मा योजनान्तर्गत प्रदर्शन के कार्य कम उत्पादकता वाली ग्राम पंचायतों को ध्यान में रखते हुए कराये जाए तथा अधिक से अधिक किसानों को ऐसे प्रदर्शनों को अवश्य दिखाया जाए, साथ में उन्नत तकनीकी एवं कृषि की नवीन विधियों की जानकारी प्राप्त करने हेतु कृषकों को भारत सरकार के संस्थानों का भ्रमण भी कराया जाए। उन्होंने पराली प्रबन्धन के सम्बन्ध में किसानों से अपील की कि पराली के साथ-साथ अन्य कृषि अपशिष्ट को न जलाया जाए। प्रेषित रिर्पोट देखने के बाद जिलाधिकारी ने आदेश दिये कि कृषि मामले में विभाग को लोनी क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैं।
राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अधिक उत्पादन और कम उत्पादन वाले ग्राम पंचायत और न्याय पंचातयों का चयन किया जाये, तदोपरांत कम उत्पादन वाले क्षेत्रों में कृषि करने के नई—नई तकनीक से किसानों को जागरूक किया जाये। वृहद अभियान चलाकर सभी किसानों को जागरूक किया जाये कि किसी प्रकार वे कम खपत में ज्यादा पैदावार करते हुए अपने खेतों को उपजाऊ बनाते हुए उनमें नई जान डाल सकते हैं।
बैठक में उपस्थित कुछ किसानों ने बताया कि पहले हम बीज भी ज्यादा बोते थे और खाद भी ज्यादा डालते थे लेकिन पैदावार निरंतर कम होती जा रही थी। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा बताये गये तरीके से खेती करने के बाद हम बीज भी कम बोते हैं और खाद भी कम डालते हैं यह 40 प्रतिशत कम, लेकिन हमारी पैदावार लगभग दोगुनी हो गयी है।
जिलाधिकारी ने सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि जिस प्रकार आपको कृषि विभाग द्वारा दी गयी तकनीक से फायदा पहुंचा हैं उसी प्रकार आप अन्य किसानों को भी फायदा पहुंचाने का कार्य करें जिससे हर किसान समृद्ध हो पाएगा।
बैठक में मुख्य रूप से एलडीएम हिमांशु शेखर तिवारी, ओम प्रकाश यादव बीएसए, सुमित पाण्डेय एससीडीआई, रतिका गुप्ता सहायक आयुक्त, सुन्दर चौहान प्रबंधन निदेशक, विकास कुमार पीपीओ सहित कमेटी के अन्य सदस्य व सम्बंधित अधिकारी और किसान मौजूद रहे।


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