- सीएम योगी ने छत्रपति शिवाजी महाराज राज्यभिषेक की 350वीं वर्षगांठ पर इंदौर में आयोजित कार्यक्रम को किया संबोधित
- सीएम योगी ने कहा- विकृत मानसिकता के लोगों को नहीं पसंद आ रही है प्रभु श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण की परंपरा
- बोले सीएम- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में उभरा है
अथाह ब्यूरो
इंदौर/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं को अपना आका मानने वालों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है। ऐसे विकृत मानसिकता के लोगों को प्रभु श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह की परंपरा का सम्मान अच्छा नहीं लगता है। उन्होंने बिना नाम लिए विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो भारत और भारतीयता पर प्रश्न खड़ा करके भारत की विरासत को अपमानित करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
सीएम योगी ने बुधवार को छत्रपति शिवाजी महाराज राज्यभिषेक की 350वीं वर्षगांठ पर एमआई चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का आवरण किया। उसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने आज से 350 वर्ष पहले मुगलों के सबसे क्रूर और बर्बर शासक को चुनौती देकर हिंदवी साम्राज्य की स्थापना की थी। यही वजह है कि आज हम सब उसी श्रद्धा और सम्मान के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज का पुण्य स्मरण कर गौरव की अनुभूति कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि 17वीं सदी में शिवाजी महाराज ने लोक कल्याणकारी शासन सत्ता देकर राष्ट्रवाद को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया था। उन्होंने कहा कि उनके इस शौर्य और पराक्रम को देखकर के उत्तर प्रदेश के महाकवि भूषण ने एक बात कही थी- ‘दावा द्रुम दंड पर, चीता मृगझुंड पर,’भूषन’ वितुंड पर, जैसे मृगराज हैं’।
सीएम योगी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की गौरवशाली परंपरा पर सम्मान व्यक्त करने के लिए भारत की नौसेना ने उनकी निशानी को अंगीकार करते हुए उसे अपना प्रतीक चिन्ह बनाया है। यह प्रधानमंत्री मोदी के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की हमारी सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज को सम्मान देते हुए आगरा में म्यूजियम बना रही है, जो शिवाजी महाराज के शौर्य पराक्रम के साथ ही साथ भारत के इतिहास के प्रति गौरव की अनुभूति कराएगा।