- ग्रेटर नोएडा में होने वाले भव्य आयोजन में पूरी दुनिया देखेगी नये उत्तर प्रदेश की धमक
- ताज मोहम्मद करघे के ताने-बाने से बनारसी संस्कृत को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर लाने के लिए बुन रहे हैं साड़ियां
- बनारसी साड़ी पर दिखेंगे काशी के घाट, नंदी, त्रिशूल और संस्कृत के श्लोक ‘मातृभूमिवन्दना’
- 21 से 25 सितम्बर तक आयोजित होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में विश्व भर से जुटेंगे खरीदार
- काशी के 31 उद्यमी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना उत्पाद ले जाने के लिए करा चुके रजिस्ट्रेशन
अथाह ब्यूरो
वाराणसी। काशी के प्राचीन, पारंपरिक हस्तशिल्प व आधुनिक उत्पाद ग्रेटर नोएडा में होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में जलवा बिखेरने के लिए तैयार है। नए उत्तर प्रदेश की धमक पूरी दुनिया देखेगी जो यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा। 21 से 25 सितम्बर तक आयोजित होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में विश्व भर से आने वाले खरीदार बनारस के परंपरागत कारीगरों के हुनर और आधुनिक उत्पादों को देखेंगे। जिससे हस्तशिल्पियों समेत अन्य उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलेगा। वाराणसी से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, सूक्ष्म, लघु और मध्यम (एमएसएमई) से जुड़े 31 उद्यमियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना उत्पाद ले जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
31 उद्यमियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, जीआई उत्पाद समेत अन्य उत्पादों से जुड़े उद्यमियों को इंटरनेशनल प्लेटफार्म प्रदान कर रही है। ग्रेटर नोएडा में होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में वाराणसी के उत्पाद धूम मचाने के लिए तैयार है। उपायुक्त उद्योग, वाराणसी मोहन शर्मा ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में 24 हस्तशिल्प वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के, 4 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के जिसमें लकड़ी, स्टोन कार्विंग व सिल्क उद्योग से जुड़े हैं और 3 एक्सपोर्टर कालीन उद्योग और बनारसी सिल्क साड़ी से जुड़े शामिल हो रहे हैं। उद्योग विभाग में अभी तक कुल 31 उद्यमियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। उन्होंने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के लिए सरकार की तरफ से नियमानुसार कई तरह की सुविधा और रियायत दी जा रही है।
की जा रही खास बुनाई
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से बनारसी सिल्क ब्रोकेड के कारोबारी ताज मोहम्मद करघे के ताने-बाने से देश की संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर लाने के लिए खास बुनाई कर रहे है। काशी के घाटों, नंदी, त्रिशूल और संस्कृत में “मातृभूमिवन्दना” के श्लोक की बनारसी साडी पर खास बुनाई की गई है। ताज मोहम्मद ने बताया कि योगी सरकार हम लोगों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध करा रही है और हम लोग ट्रेड शो के लिए लिए विशेष तैयारी में जुटे हैं।
लुप्त विरासत को मिल रहा सम्मान
एक अन्य उद्यमी दीप माला राय ने बताया कि हम लोग जूट और कपड़ो से तैयार किये गए विभिन्न उत्पाद यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में ले जा रहे हैं जिसे ज्यादातर महिलाओं ने तैयार किया है। इस ट्रेड शो से अपार संभावनाएं है। हम लोग योगी जी की नीतियों के कारण पूर्वांचल के बाजार से निकल कर देश और विदेश के मार्केट तक पहुंचेंगे। गुलाबी मीनाकारी के नेशनल अवार्डी शिल्पी कुंज बिहारी और सॉफ्ट स्टोन अंडर कट के स्टेट अवार्ड विजेता द्वारिका प्रसाद ने बताया कि योगी सरकार की मदद से शिल्पियों को इंटरनेशनल मार्केट मिल रहा है, जिससे बनारस की लुप्त हो रही विरासत को जिन्दा होने के साथ ही बड़ा बाजार मिल रहा है।