अथाह ब्यूरो लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हम कभी पिछड़े नहीं थे। साजिशों से हमारा समाज पिछड़ा बना दिया गया हैं, लेकिन अब पिछड़ा और दलित समाज जागरूक हुआ है। अपने अधिकारों की मांग कर रहा है। हर क्षेत्र में आगे आ रहा है इसीलिए भाजपा घबराई हुई है और वह किसी भी हद तक साजिश और षडयंत्र कर सकती है। भाजपा से सावधान रहना होगा। यादव सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पिछड़े समाज में जन्में महापुरूषों के विचार और वर्तमान राजनीतिक परिवेश में उनकी प्रासंगिकता विषय पर आयोजित एक दिवसीय महासम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन में पूरे प्रदेश से मौर्य, कुशवाहा, शाक्य, सैनी समाज के विधायक, पूर्व विधायक, पदाधिकारी, नेता और प्रतिनिधि मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में मौजूद लोग तथागत गौतमबुद्ध के विचारों को मानने वाले और चक्रवर्ती सम्राट चन्द्र गुप्त मौर्य एवं चक्रवर्ती सम्राट अशोक मौर्य के वंशज हैं। समाज सुधारक ज्योतिबा फूले तथा सावित्री बाई फुले का स्मरण कर उन्हें नमन किया। उन्होंने उनके चित्रों पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि जो समस्या आपकी है, वही हमारी भी है। आपके समाज को अपने साथ बराबर खड़ा करेंगे। राजनीतिक और सामाजिक हैसियत में पीछे नहीं रखेंगे। हमें भरोसा है कि यहां पर जो नेता आये हैं और समाजवादी पार्टी के साथ जो लोग हैं सब भाजपा का मुकाबला कर लेंगे। जो लोग दूसरे के स्टूल की बात करते थे उन्हें आज खुद स्टूल नहीं मिल रहा है। यादव ने कहा कि इस समाज का अतीत और इतिहास ऐसा है कि यह कभी पिछड़ा नहीं था। लेकिन हजारों साल पहले हुई साजिश के कारण पिछड़ गया। यह लड़ाई हजारों साल की है खत्म नहीं हुई, अभी जारी है। सामाजिक न्याय की लड़ाई बड़ी है। जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की लड़ाई की अगली कड़ी है। समाजवादी लोग लम्बे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं। लोकसभा में नेताजी मुलायम सिंह यादव, शरद यादव और लालू प्रसाद यादव समेत दक्षिण भारत के नेताओं ने मांग की थी और उस समय की सरकार ने जातीय जनगणना कराने के लिए स्वीकार किया था। लेकिन आंकड़े नहीं जारी हुए थे। हम समाजवादी लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो, और सभी जातीयों को उनकी आबादी के अनुपात में हक और सम्मान मिले। लेकिन जिनकी संख्या आबादी में बहुत कम है वही जातीय जनगणना नहीं होने देना चाहते हैं। जब कभी भी समाजवादियों को मौका मिलेगा तो जातीय जनगणना कराकर सभी को उनके आबादी के अनुपात में हक और सम्मान दिलाने का काम करेंगे। भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब कभी आंकलन होगा और रिपोर्ट तैयार होगी तो यही निकलेगा कि नोटबंदी भाजपा सरकार का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी फैसला था। पहले 2000 रू0 का नोट छापा। उसे चलाया और फिर बंद कर दिया। भाजपा ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह के फैसले लिये। उन्होंने कहा कि जनता को 2022 के चुनाव में धोखा दिया गया और अब 2024 के लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रही है। देश में इंडिया गठबंधन बनने के बाद भाजपा में घबराहट है। इंडिया के साथ पीडीए खड़ा है जो लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया कर देगा। कार्यक्रम को स्वामी प्रसाद मौर्य, जगदीश कुशवाहा पूर्व सांसद, विधायक ऊषा मौर्या, पूर्व विधान परिषद सदस्य आरएस कुशवाहा ने भी संबोधित किया।