भाजपा आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने राजेश पायलट के खिलाफ दिया था बयान
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भाजपा आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय के बयान के विरोध में के पूर्व विधायक रूप चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर विरोध दर्ज करते हुए बयान वापस लेने की मांग की है।
पूर्व विधायक रूप चौधरी ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे प्रसिद्ध किसान नेता स्व. राजेश पायलट के बारे में अमित मालवीय ने सोशल मीडिया में बयान दिया है कि मार्च 1966 में वायुसेना के तत्कालीन पायलट राजेश पायलट ने प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के आदेश पर मिजोरम में बम गिराए थे, जिसमे अनेक लोग मारे गए. दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि राजेश पायलट इस बमबारी में शामिल नहीं थे, उनकी वायुसेना में नियुक्ति ही 29 अक्तूबर 1966 को हुई थी वे पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में जरुर सक्रिय भूमिका में रहे थे. वे अपने भाषणों में भी अक्सर युद्ध का जिक्र करते थे। स्व. पायलट अब इस दुनिया में नहीं है, उन पर इस तरह के आरोप लगाना बिलकुल उचित नहीं है, वैसे भी कोई सैनिक अपनी इच्छा से कुछ नहीं करता है, वह अपने अधिकारियो के आदेश का पालन करता है। हमारे देश की सेना अनुशासन का पालन करती है।उन्होंने मांग की कि अमित मालवीय को अपना बयान वापिस लेने का निर्देश देने की कृपा करे क्योंकि उनके इस बयान से समस्त किसान जातियों में विशेषकर गुर्जर समाज में रोष व्याप्त है, अनेक लोगों द्वारा विरोध प्रकट किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज देशभक्त है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर समर्थक है, देशभर में गुर्जर मोदी जी के साथ है. अगर इस घटना का संज्ञान नहीं लिया गया तो आगामी राजस्थान व मध्यप्रदेश के चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बन सकता है और पार्टी को गुर्जर समाज व अन्य किसान वर्ग के लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है। स्व. पायलट का सभी वर्गों में सम्मान किया जाता है। पूर्व विधायक रूप चौधरी ने इस सम्बन्ध में त्वरित व न्यायसंगत कार्यवाही करवाने की मांग की।