- केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक- मुख्य सचिव को लिखे पत्र
- अस्पतालों के निर्माण के साथ ही गंगा जल आपूर्ति को लेकर ढ़िलाई पर जताई नाराजगी
- जरनल वीके सिंह ने कहा ऐसे कार्य लंबित रहने से सरकार की छवि धूमिल होती है
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव नजदीक होने के साथ ही पूर्व में उठाई गई समस्याओं के समाधान में विलंब होने से अब स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह के तेवर भी बदल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जनहित के कार्यों लंबित रहने से सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
बता दें कि गाजियाबाद महानगर खासकर गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं के समाधान को लेकर जनरल वीके सिंह लगातार सक्रिय रहते हैं। वे जब भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करते हैं तब इसके केंद्र में गाजियाबाद की समस्याएं ही रहती है। यह कहने में कोई संकोच नहीं कि मुख्यमंत्री भी उनके प्रस्तावों को तत्काल अनुमति प्रदान कर देते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के नीचे के स्तर पर फाइलें अटक जाती है। गाजियाबाद में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है। वे मुख्यमंत्री से विजयनगर एवं हिंडनपार क्षेत्र में अस्पताल बनवाने की मांग लगातार कर रहे हैं। इसमें देरी होने पर अब वीके सिंह ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को पत्र लिखकर कहा है कि उन्होंने 3 अगस्त 2021 एवं 6 अक्टूबर 2022 को गाजियाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर विजयनगर डूंडाहैड़ा में एक सौ शैय्या वाले चिकित्सालय का निर्माण एवं हिंडन पार क्षेत्र में 300 शैय्या के अस्पताल निर्माण का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा दुर्भाग्यवश अब तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है।
जनरल वीके सिंह ने पत्र में कहा कि विजयनगर में 50 शैय्या के अस्पताल की परिकल्पना 2014 से पहले की और 2011 की जनसंख्या के आधार पर है। तब से अब तक जनसंख्या तीन गुना हो चुकी है। अत: विस्तार एक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल निर्माणाधीन है और 50 शैय्या का विस्तार आसानी से हो सकता है। इसके साथ ही ट्रांस हिंडन साहिबाबाद में एक बड़ा अस्पताल होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ये कार्य वर्षों से लंबित है। जिस कारण क्षेत्र के लोगों को इलाज करवाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे जनता में असंतोष का माहौल व्याप्त है। उन्होंने कहा इसी कारण लोगों को निजी अस्पतालों में इलाज करवाना पड़ता है जो महंगा है। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा एमएमजी अस्पताल जर्जर हालत में है उसके नवीनीकरण के लिए व मरीजों के स्थानांतरण के लिए भी उक्त अस्पतालों का अति शीघ्र निर्माण आवश्यक है।
बृजेश पाठक से जनरल वीके सिंह ने मांग की कि आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए दोनों अस्पतालों के निर्माण कार्यों को शीघ्रताशीघ्र शासकीय अनुमति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि दोनों ही कार्यों के लिए वे 2017 से प्रयासरत है। आज के उभरते उप्र में ऐसे कार्य लंबित रहने से सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य पत्र प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा को लिखकर कहा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के लिए 100 क्यूसेक कच्चा गंगाजल उपलब्ध करवाने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देश देने के साथ ही जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार निश्चित करवाने का अनुरोध 30 जून 2021 को किया था। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात हुई थी। इस मामले में मुख्य सचिव ने ही बताया था कि योजना के कार्यान्वयन के निर्देश दे दिये गये हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कोई कार्यवाही न होने पर जनता में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि ट्यूबवैल स्थाई व सफल समाधान नहीं है। जनता खारा पानी पीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों के मद्देनजर उक्त कार्य को जल्द शासकीय अनुमति प्रदान करें जिससे जनता को इसका लाभ मिल सके। जनरल वीके सिंह क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय है। इसका पता दोनों पत्रों से चलता है।
नहीं उठता सीएमओ का फोन
इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात करने के लिए गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोश शंखधार को फोन मिलाया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इसके साथ ही उनका वापस भी फोन नहीं आया। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देश है कि सभी अधिकारी फोन उठायें।
विजयनगर क्षेत्र के डूंडाहैड़ा में अस्पताल का निर्माण चल रहा है तथा ट्रांस हिंडन क्षेत्र में आवास विकास परिषद से जमीन न मिल पाने के बाद नगर निगम से मकनपुर में जमीन के लिए बात चल रही है। उम्मीद है कि नगर निगम जल्द ही जमीन उपलब्ध करवा देगा।
राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद