दुनिया भर के प्रतिष्ठित वक्ताओं, पैनलिस्टों और प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शहरी नियोजन योजना में क्रांति लाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक द्वारा प्रायोजित कार्यशाला में देश भर के विभिन्न शहरी परिवहन निगमों के प्रमुखों सहित दुनिया भर के प्रतिष्ठित वक्ताओं, पैनलिस्टों और प्रतिभागियों ने इसमें हिस्सा लिया।टीओडी, तेजी से हो रहे शहरीकरण से उत्पन्न चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान करता है जिसमें कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों पर केंद्रित कॉम्पैक्ट, मिश्रित-उपयोग विकास बनाने के लिए भूमि उपयोग और परिवहन के एकीकरण पर जोर दिया जाता है।इस अवसर पर भारत सरकार के आवास और शहरी मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने कहा, “मुझे खुशी है कि एनसीआरटीसी ने इस कार्यशाला को टीओडी के लिए एक ज्ञान साझाकरण मंच के रूप में आयोजित करने की पहल की। मुझे विश्वास है कि इस कार्यशाला के दौरान होने वाली सामूहिक बुद्धिमत्ता और रचनात्मक चर्चाएं हमारी शहरी नियोजन प्रथाओं में परिवर्तनकारी बदलाव को प्रेरित करेंगी और भविष्य की परियोजनाओं को लाभान्वित करेंगी।एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने कहा कि “एनसीआरटीसी द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य दुनिया भर के संगठनों द्वारा टीओडी नीतियों को लागू करने के अनुभवों और इस यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देकर, हम शहरी फैलाव, भीड़भाड़ और प्रदूषण को प्रभावी ढंग से कम कर सकते हैं।“
इस अवसर पर मनोज जोशी, विनय कुमार सिंह और एडीबी के कंट्री डायरेक्टर ताकेओ कोनिशी ने टीम एनसीआरटीसी द्वारा ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट पर निर्मित एक नॉलेज प्रोडक्ट किताब का भी अनावरण किया।
2017 में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने भारतीय शहरों की विकास योजनाओं में टीओडी अपनाने के महत्व को पहचानते हुए राष्ट्रीय टीओडी नीति और राष्ट्रीय मूल्य कैप्चर फाइनेंसिंग (वीसीएफ) नीति फ्रेमवर्क जारी किया। हालाँकि टीओडी नीतियों के कार्यान्वयन में चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं। कार्यशाला का उद्देश्य राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर सफल टीओडी कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए इन चुनौतियों की पहचान करना और उनका समाधान करना है।इस कार्यशाला में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन, महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और रेल भूमि विकास प्राधिकरण सहित देश भर से कई एजेंसियों के लीडर्स ने भाग लिया।
कार्यशाला में विविध वक्ताओं, पैनलिस्टों और विशेषज्ञों की एक श्रृंखला भी शामिल थी जिसने सफल टीओडी परियोजनाओं के लिए अपने विचारों को सांझा किया। इसमें दुनिया भर से कई प्रतिष्ठित वक्ता शामिल थे। यहां कंट्री डायरेक्टर ताकेओ कोनिशी, विश्व बैंक के शहरी वित्त एवं विकास विशेषज्ञ हिरोकी सुजुकी, शहरी पुनर्जागरण एजेंसी जापान के निदेशक कानो जंकिची, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ऑस्ट्रेलिया के पार्टनर और एमडी एंड्रयू न्यूज़ोम, ग्लोबल सिटी- एआरयूपी के योजना और डिज़ाइन लीडर रिचर्ड डी कैनी, रियल एस्टेट और स्टेशन एरिया प्लॉग के निदेशक स्टीवन सेगरलिन, नीदरलैंड,के वरिष्ठ शहरी परिवहन विशेषज्ञ गुइडो ब्रुगेमैन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।