अथाह ब्यूरो लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को सुदूर पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव की बड़ी चिंता हो रही है जबकि भाजपा के सत्ता संरक्षण में उत्तर प्रदेश के होने वाले हर चुनाव में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव का दम घोंटा गया है। यहां पंचायत चुनाव में विपक्ष के मतों पर खुला डाका डाला गया। इन चुनावों में भाजपा द्वारा जो जोर-जबरदस्ती मतदाताओं के साथ की गई उसकी अनदेखी कैसे की जा सकती है? यादव ने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने पुलिस प्रशासन और धनबल से लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है। पिछले 6 सालों में उत्तर प्रदेश पंचायत, नगर निकाय और ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में वोटो की खूब लूट हुई। प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को धमकाया गया। उन्हें वोट डालने नहीं दिया गया। प्रत्याशियों के नामांकन पर्चे जबरन छीन लिए गए। भाजपाराज में यूपी में पंचायत चुनावों में फायरिंग हुई थी। बम फोड़े गए थे। बैलेट बाक्स लूटे गए थे। महिलाओं की साड़ी फाड़ी गई थी और मारपीट खून खराबा तक हुआ था। भाजपा द्वारा सत्ता का दुरूपयोग कर लोकतंत्र को कलंकित किया गया है। यादव ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र और संविधान पर गम्भीर खतरा है। सत्ता का दुरूपयोग के कारण नौकरशाही का राजनीतिकरण कर दिया है। चुनाव में विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को प्रताड़ित किया जाता है। भाजपा राजनीतिक विरोधियों के साथ दुश्मनों की तरह व्यवहार करती है। भाजपा बदले की भावना से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का ढिंढ़ोरा पीटने वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में चुनाव महज दिखावा बन कर रह गए हैं। क्या यह किसी से छिपा है कि पूरी सरकारी मशीनरी भाजपा कार्यकर्ता बनकर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में परिणाम करने के लिए हर अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाती है। भाजपा नेतृत्व को दूसरे की बुराई करने से पहले स्वयं का विश्लेषण करना चाहिए।