अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। ब्रेनवाश कराकर धर्मांतरणं कराने के मामले में जेल में बंद अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट की संस्तुति पर राष्ट्रीय सुरक्षा एन एस ए के तहत कार्यवाही की गई है। एसीपी कवि नगर ने बताया कि कविनगर थाना क्षेत्र के सेक्टर 23 संजय नगर में स्थित मस्जिद के मौलाना अब्दुल रहमान नन्नी के खिलाफ 30 मई को थाना राजनगर के उद्यमी ने संजयनगर सेक्टर 23 की जामा मस्जिद के इमाम और बद्दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा आरोप लगाया था कि दोनों ने उसके बेटे का मतांतरण कराया है। पुलिस ने मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी व बद्दो को मुंबई से गिरफ्तार कर उक्त किशोर के अलावा तीन अन्य के मतांतरण का पर्दाफाश किया था।
हालांकि नन्नी व बद्दो का आपस में लिंक नहीं मिला था। बद्दो के घर से मिले दो मोबाइल में से एक में पाकिस्तानी ईमेल और 30 पाकिस्तानी नंबर मिले थे। इसमें करीब तीन साल पुराने ईमेल थे। क्लाउड स्टोरेज से पता चला कि बद्दो ने खुद पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पाकिस्तानी ईमेल का प्रयोग किया था।
खुफिया एजेंसियों को भी अहम साक्ष्य मिले
धर्मांतरणं का मामला सामने के अगले दिन से ही एटीएस और आइबी इस मामले में छानबीन कर रही थी। बद्दो के मोबाइल में पाकिस्तानी ईमेल मिलने के बाद एटीएस और आइबी ने भी इसकी छानबीन की । दोनों खुफिया एजेंसियों को अहम साक्ष्य मिले थे। धर्मांतरण जैसे गंभीर मामले को ध्यान में रखते हुए जिलाधकारी राकेश कुमार सिंह की संस्तुति पर अब्दुल रहमान उर्फ नन्हे के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है बता दें कि अब्दुल रहमान फिलहाल जिला कारागार में बंद है राशि का लगने के बाद उसकी रिहाई होना नामुमकिन है