रैपिडएक्स सेवा के परिचालन के लिए सीएमआरएस ने दी मंजूरी
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड पर
अब प्रधानमंत्री कार्यालय की स्वीकृति का इंतजार
अथाह संवाददाता गाजियाबाद। मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस), भारत सरकार ने दिल्ली- मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड पर रैपिडएक्स सेवा के परिचलान को मंजूरी दे दी है। पिछले सप्ताह में रेल मंत्रालय ने आरआरटीएस रोलिंग स्टॉक को मंजूरी प्रदान की, जिसकी डिजाइन गति 180 किमी प्रति घंटा, जबकि परिचालन गति 160 किमी प्रति घंटा है, जो रोलिंग स्टॉक की पूर्ण क्षमता है। सीएमआरएस की मंजूरी के बाद रैपिडेक्स के परिचालन का रास्ता भी खुल गया है। अब कभी भी इसका उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाजियाबाद आ सकते हैं। इंतजार है तो बस प्रधानमंत्री कार्यालय की स्वीकृति का। सीएमआरएस की मंजूरी के साथ, आरआरटीएस का प्राथमिकता खंड देश की ऐसी पहली रेलवे प्रणाली बन गया है जिसे 160 किमी प्रति घंटा की अधिकतम परिचालन गति पर इसकी सम्पूर्ण लंबाई को तय करने के लिए परिचालन हेतु खोला जा रहा है। पिछले एक वर्ष के दौरान, एक से अधिक स्वतंत्र सुरक्षा मूल्यांकनकतार्ओं ने इस अत्याधुनिक, विश्व स्तरीय, न्यू ऐज ट्रांजिट इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा प्रयोग की जा रही प्रक्रियाओं की सख्ती से जांच की। इस प्रकार आरआरटीएस सिस्टम की गहन जांच में सफल होने के बाद ही इसे रेल मंत्रालय और सीएमआरएस से मंजूरी प्राप्त हुई है। एनसीआरटीसी परियोजना का निर्माण जून 2019 में आरंभ हुआ और इसके चार साल के भीतर ही एनसीआरटीसी रैपिडएक्स सेवाओं का कमर्शियल आॅपरेशन शुरू करने के लिए तैयार है। कोविड-19 का गंभीर प्रभाव भी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में एनसीआरटीसी की टीम के संकल्प को प्रभावित नहीं कर सका। एनसीआरटीसी की टीम ने परियोजना के बाकी हिस्से में भी तेजी से प्रगति की है और जून 2025 में निर्धारित समयसीमा के भीतर मेरठ में मेट्रो सेवाओं के साथ-साथ पूर्ण कॉरिडोर को परिचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है। परियोजना कार्यान्वयन की इस यात्रा के दौरान, एनसीआरटीसी की टीम ने असंख्य हितधारकों के साथ काम किया और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय, रेल मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और जीएनसीटीडी राज्य सरकारों, एशियन डेवलपमेंट बैंक, एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक, न्यू डेवलपमेंट बैंक, गाजियाबाद और मेरठ जिलों के अधिकारियों से अमूल्य समर्थन हासिल किया। एनसीआरटीसी की टीम के साथ काम करने वाले जनरल कंसल्टेंट्स, निर्माण भागीदारों और सलाहकारों ने भी परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस महत्वपूर्ण माइलस्टोन के साथ, एनसीआरटीसी अब औपचारिक रूप से परिचालन और रखरखाव के चरण में प्रवेश करने के लिए तैयार है। रैपिडएक्स ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों के लिए तेज, सुरक्षित और आरामदायक रीजनल आवागमन सेवा प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी की ओ एंड एम टीम – एनसीआरटीसी नेत्रा, डीबी और एल्स्टोम कड़ी मेहनत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।, आरआरटीएस सूत्रों के अनुसार रैपिडेक्स के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेज दिया गया है। वहां से स्वीकृति का इंतजार है। यहीं कारण है कि आरआरटीएस प्रबंधन ने जो कार्य शेष बचे हैं उन्हें युद्ध स्तर पर जल्द से जल्द पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए दिन= रात काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी मई- जून में ही चाहते थे उद्घाटन निकाय चुनाव के दौरान जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद आये थे उस समय उन्होंने इशारा भी कर दिया था कि जल्द ही रैपिडेक्स का उद्घाटन हो जायेगा। इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन भी लंबे समय से प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ टकटकी लगाये निहार रहे थे कि आखिर कब पीएमओ से हरी झंडी मिले। गाजियाबाद को यह मोदी- योगी का बड़ा उपहार होगा।