अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। पश्चिमी यूपी में आतंक का अध्याय बनता जा रहा दो हत्याओं का आरोपी 50 हजार का इनामी बदमाश विशाल उर्फ मोनू शुक्रवार को गाजियाबाद पुलिस के हाथों मारा गया। आमने सामने हुई मुठभेड़ में पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। एनकाउंटर में उसका साथी फरार होने में कामयाब रहा।
विशाल उर्फ मोनू मुरादनगर क्षेत्र में हुए विद्युत निगम के ठेकेदार नवीन भारद्वाज और मोबाइल कारोबारी मुकेश गोयल की हत्या में फरार चल रहा था। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए जिला एमएमजी अस्पताल रेफर किया गया है। पिछले ही महीने एनसीआर के एक और कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना को पुलिस ने मेरठ में मार गिराया था।
मालूम हो कि 1 अप्रैल को मुरादनगर थानाक्षेत्र के उखलारसी गांव में विद्युत निगम के ठेकेदार नवीन भारद्वाज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को उखलारसी गांव के रहने वाले विशाल उर्फ मोनू ने साथियों संग मिलकर अंजाम दिया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। थाना पुलिस समेत कमिश्नरेट की स्वाट टीम सरगर्मी से उसकी तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद मोनू ने 23 मई को मुरादनगर में मोबाइल कारोबारी मुकेश गोयल पर गोलियां बरसा कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मोनू की गिरफ्तारी को चुनौती मानते हुए तीन टीमों को लगाया था। मुकेश की हत्या में पुलिस की भी किरकिरी हो रही थी। कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने आतंक का पर्याय बन चुके विशाल पर 50 हजार का इनाम घोषित किया तभी से पुलिस को उसकी तलाश थी। शुक्रवार को दोपहर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि विशाल बुलेट से अपने साथी के संग अपनी बहन के घर से गंग नहर पटरी रोड से होकर निकलेगा। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और क्राइम ब्रांच व ग्रामीण जोन की एसओजी टीम ने पटरी रोड पर जाल बिछा दिया। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि चितौड़ा पुल के पास मोनू और पुलिस टीम का आमना सामना हो गया। मोनू व उसके साथी ने पुलिस टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्म रक्षार्थ बदमाशों पर फायरिंग की जिसमें मोनू गोली लगने से घायल हो गया जबकि सिपाही अरुण और टिंकल भी गोली लगने से घायल हो गए। तीनो घायलों को जिला एमएमजी अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टर ने मोनू को मृत घोषित कर दिया। विशाल उर्फ मोनू पर दर्ज थे 13 मुकदमे
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने बताया कि कुख्यात बदमाश विशाल उर्फ मोनू पर हत्या हत्या के प्रयास रंगदारी और लूट जैसे करीब 13 मुकदमे दर्ज थे। दो हत्याओं में फरार होने के चलते उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। शुक्रवार को मुठभेड़ के दौरान मोनू को गोलियां लगी और दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। तीनों को जिला अस्पताल भेज दिया गया। मोनू को मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ में मोनू का अज्ञात साथी फरार होने में कामयाब हो गया।