- स्वच्छता सर्वेक्षण में गाजियाबाद जिला कर रहा बेहतर प्रदर्शन
- निदेश एवं राज्य मिशन निदेशक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर दी जानकारी
- नगर पालिकाओं को पहला स्थान, नगर निगम शामिल नहीं
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। शहरों को गार्बेज फ्री बनाये जाने के लिए हुए मॉक सर्वेक्षण में गाजियाबाद जिले को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। यह पहला स्थान नगर पालिकाओं के काम पर मिला है। नगर निगम इसमें समाहित नहीं है।
नगर निकाय निदेशालय में निदेशक एवं राज्य मिशन निदेशक नेहा शर्मा ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को पत्र लिखकर गाजियाबाद जिले को प्रदेश में पहला स्थान मिलने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सर्वेक्षण 2023 की कार्यवाही की जा रही है। जिसके अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 को व्यापक रूप से सफल बनाये जाने के लिए प्रदेश के समस्त नगरीय निकायों में स्वच्छता को सुदृढ़ किये जाने हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यवहार परिवर्तन एवं संपूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करने को जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
नेहा शर्मा ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत शहरों को गार्बेज फ्री सिटी बनाये जाने के लिए मॉक जीएफसी असेसमेंट हेतु नव नियुक्त सहायेक नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत,सहायक अभियंता ट्रैफिक एवं राजस्व निरीक्षकों को प्रदेश के सभी जिलों में 24 एवं 25 अप्रैल को मॉक प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। जिसमें उनके द्वारा निकायों का भ्रमण किया गया। इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत गार्बेज फ्री सिटी हेतु आ रही कमियों को इंगित किया गया। जिसके आधार पर राज्य मिशन निदेशालय द्वारा आपके जनपद की मॉक जीएफसी असेसमेंट की रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर गाजियाबाद का पहला स्थान है।
निदेशक एवं राज्य मिशन निदेशक मॉक असेसमेंट में आ रही कमियों की तरफ भी ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा है कि प्रदेश के सभी निकायों में 15 मई से 5 जून तक मेरी लाइफ- मेरा स्वच्छ शहर अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने आरआरआर सेंटर की स्थापना हर वार्ड में करने के साथ ही नागरिकों द्वारा प्रयोग किये गये कपड़े, जूते, पुरानी किताबें, प्लास्टिक का सामान एक जगह संग्रहित करने को भी कहा।
निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार गाजियाबाद जिले को पहली रेंक नगर पालिकाओं ने दिलाई है। इसमें जिले की लोनी, मोदीनगर, खोड़ा एवं मुरादनगर नगर पालिका शामिल है। इनमें भी लोनी और मोदीनगर का प्रदर्शन बेहतर रहा है। नगर निगम इस सर्वेक्षण में शामिल नहीं था।