- सीएम बोले-अलीगढ़ की पहचान ताला, तालीम और तहजीब को पिछली सरकारों ने किया बर्बाद
- गरीब कल्याणकारी योजनाओं पर जो डबल इंजन की सरकार ने कार्य किए हैं, शासन करने वाले विपक्षी दल इसका दसवां हिस्सा भी नहीं कर पाए विकास
- नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर सीएम योगी ने अलीगढ़ में भाजपा के पक्ष में मांगा वोट
अथाह ब्यूरो
अलीगढ़/लखनऊ। डबल इंजन की सरकार ने अलीगढ़ के ताले का सही इस्तेमाल करके उत्तर प्रदेश के दंगों पर ताला लगाने का काम किया है, जिससे पूरा प्रदेश दंगा मुक्त हो चुका है। अक्सर अलीगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय की बात होती थी। हमने जमीन की व्यवस्था करते हुए देश की स्वाधीनता में अग्रणी पंक्ति में चलने वाले महाराजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय के निर्माण का काम शुरू कर दिया है। अलीगढ़ ताला नगरी के रूप में दुनिया में विख्यात है। अलीगढ़ की पहचान कभी ताला, तालीम और तहजीब थी, लेकिन जातिवादी और परिवारवादी लोगों ने अलीगढ़ के ताला उद्योग को बंद कर दिया। उसके मार्ग में अनेक बाधाएं खड़ी कीं। इन परिवारवादी और जातिवादी दलों को तालीम और तहजीब से कोई मतलब नहीं था, यह लोग बांटो और राज करो की नीति पर चलते थे। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अलीगढ़ में नगर निकाय चुनाव की जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं।
परिवारवादी और जातिवादी दलों ने समाज को विभाजित करने का किया काम
सीएम योगी ने कहा कि परिवारवादी और जातिवादी दल तुष्टिकरण की नीति के आधार पर समाज को विभाजित करते थे। उन्होंने इसी के आधार पर समाज में खाई को चौड़ी करने का प्रयास किया गया था। यही वजह रही कि पर्व और त्योहार आता था तो लोगों में भय व दहशत का माहौल पैदा हो जाता था। लंबे समय तक लोगों को कर्फ्यू का सामना करना पड़ता था। इससे सामान्य नागरिक भयभीत रहता था और व्यापारी का उद्योग ठप हो जाता था, लेकिन आपने आज बदलते हुए अलीगढ़ को देखा है। पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक मंच पर नई पहचान बनी है। आज भारत के नागरिकों को दुनिया सम्मान की निगाहों से देखती है। इतना ही नहीं, भारत सरकार ने देश में आतंकवाद, नक्सलवाद और अलगाववाद पर पूरी तरह से विराम लगाने का काम किया है। देश-प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हाईवे, रेलवे, मेट्रो वॉटर वे, एयरपोर्ट, एम्स, आईआईटी जैसे संस्थान का निर्माण युद्ध स्तर पर हो रहा है। इसके साथ ही गरीब कल्याणकारी योजनाओं को लेकर डबल इंजन की सरकार ने जो कार्य किए हैं, वह आजादी के बाद शासन करने वाली विपक्षी पार्टी इसका दसवां हिस्सा भी नहीं कर पाई थीं।
जो 500 वर्षों में नहीं हो पाया, उसे डबल इंजन की सरकार ने किया
सीएम योगी ने कहा कि आज देश के करोड़ों लोगों को फ्री में आवास, शौचालय, रोजगार के लिए युवाओं को स्किल डेवलपमेंट स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया और स्किल इंडिया के साथ जोड़ने का काम किया जा रहा है। देश के करोड़ों लोगों के जन धन अकाउंट खोले गये। आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा का कवर दिया जा रहा है। कोरोना कालखंड से लेकर अब तक 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन, 220 करोड़ वैक्सीन की डोज फ्री में उपलब्ध कराई गए है। वहीं प्रदेश के अंदर भी बिना भेदभाव के करोड़ों लोगों को गरीब कल्याणीकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सीएम ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण जो पिछले 500 वर्षों में नहीं हो पाया, उसे डबल इंजन की सरकार ने करके दिखाया है, ऐसा भला कोई सोच सकता था। आज काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण हो रहा है। वहीं मथुरा, वृंदावन सज और संवर रही है। इसके साथ ही नैमिषारण्य, विंध्यवासिनी धाम, चित्रकूट के बाल्मीकि का लालापुर, संत तुलसीदास के राजापुर को सजाने और संवारने का कार्य किया जा रहा है।
पिछली सरकारों ने तुष्टिकरण तो हमने सशक्तिकरण पर किया काम
सीएम योगी ने कहा कि अलीगढ़ के एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ एमओयू हो चुका है। हम इसे वायु सेवा के साथ जोड़ने वाले हैं और एयरपोर्ट का एक्सटेंशन हो, इसके लिए 700 करोड़ पहले ही जारी किए जा चुके हैं। यहां पर ट्रांसपोर्टनगर की दशकों से मांग हो रही है। ऐसे में इस पर भी तेजी से काम हो रहा है। वहीं यहां के ताला उद्योगों को वैश्विक मंच प्रदान करने के लिए इसे वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट में शामिल किया गया है। सीएम ने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर का एक महत्वपूर्ण नोड अलीगढ़ में बन रहा है, इसका कार्य प्रारंभ हो चुका है। इतना ही नहीं, गाजियाबाद से अलीगढ़ होते हुए कानपुर के फोर लेन हाईवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसके साथ हरदुआगंज में पावर प्लांट का कार्य प्रारंभ कर चुका है, जिससे अलीगढ़ ऊर्जा उत्पादन का केंद्र बनेगा। आज अलीगढ़ में सब कुछ तो है यह पहले भी हो सकता था, लेकिन सपा, बसपा और कांग्रेस समाज को जाति के आधार पर बांटती थी। वह तुष्टिकरण करते हैं, जबकि हमने सशक्तिकरण का काम किया है।