- गाजियाबाद में एक तीर से कई निशाने साध गये मुख्यमंत्री
- सुनीता दयाल तो लगातार महापौर का टिकट मांग रही थी, संगठन में जिम्मेदारियां दी गई
- कांग्रेस प्रत्याशी को किया कमजोर करने का काम
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद आये तो एक साथ कई मुद्दों पर निशाना साधकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास किया। उन्होंने खासकर पूर्वांचल एवं उत्तराखंड के मतदाताओं की नब्ज पकड़ने का प्रयास किया। इसके साथ ही रेपिडेक्स के जून में उद्घाटन की घोषणा भी कर गये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को भाजपा महापौर प्रत्याशी सुनीता दयाल के साथ ही जिले की सभी निकायों के चेयरमैन समेत सभी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा को संबोधित करने आये थे। एक तरफ उन्होंने सपा शासन में बने हज हाऊस का मुद्दा छेड़ा तो दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गाजियाबाद को मानसरोवर भवन का उपहार देने का काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंडियों एवं पूर्वांचल वासियों की नब्ज पकड़ते हुए कहा कि उत्तराखंड और पूर्वांचल भवन भी गाजियाबाद में जल्द बनकर तैयार हो जायेंगे। इस प्रकार उन्होेंने दोनों स्थानों के लोगों को साधने के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी को झटका देने का काम किया। कांग्रेस केवल उत्तराखंडियों के ऊपर ध्यान केंद्रीत कर रही है।
योगी आदित्यनाथ ने सड़कों एवं रेल सेवा के साथ ही मेट्रो का जिक्र भी किया कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने मेरठ, गाजियाबाद से दिल्ली जाना कितना आसान किया है। मेरठ से दिल्ली के लिए चार और गाजियाबाद से दो घंटे लगते थे। लेकिन अब मेरठ से 45 मिनट और गाजियाबाद से इससे भी आधा समय लगता है। उन्होंने इसके साथ ही रेपिडेक्स के भी अगले माह अर्थात जून में उद्घाटन की घोषणा कर दी।
सुनीता दयाल लगातार विधायक का टिकट मांग रही थी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही महापौर प्रत्याशी सुनीता दयाल के संंबंध में कहा कि वे लगातार विधायक का टिकट मांग रही थी। लेकिन संगठन की जिम्मेदारियां दी गई। इतना ही नहीं उन्होंने जिम्मेदारियों का निर्वहन भी किया। लेकिन महापौर का टिकट दिया गया है।
बाक्स
नगर निगम में पूर्ण बहुमत दो दलालों को बाहर कर दूंगी: सुनीता दयाल
महापौर प्रत्याशी सुनीता दयाल ने मंच से कहा नगर निगम में पूर्ण बहुमत दो तो दलाली खत्म कर दलालों को बाहर कर दूंगी। बेहतर वक्ता दयाल ने इसके साथ ही गाजियाबाद मोदी- योगी सरकार के कामों पर वोट मांगे।