रंग ला रहा स्वामी दीपांकर का जाति छोड़ो अभियान
मोदीनगर के मोहम्मदपुर कदीम गांव के बाहर लगाया गया होर्डिंग
जाति छोड़ो भिक्षाटन के लिए मोहम्मदपुर कदीम पहुंंचे स्वामी दीपांकर
अथाह संवाददाता
मोदीनगर/ गाजियाबाद। ‘यह गांव जातियों में बंटे लोगों का नहीं, सनातनि हिंदुओं का है’ इसे लाइन को पढ़कर हर कोई चौंक जायेगा। जी हां यह सत्य है। मोदीनगर क्षेत्र के मोहम्मदपुर कदीम गांव में ऐसा ही बोर्ड लगा है जो बरबस ही अपनी तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। यह प्रभाव है जाति छोड़ो अभियान चला रहे स्वामी दीपांकर का।
स्वामी दीपांकर पिछले लंबे समय से जाति छोड़ो अभियान चला रहे हैं। वे प्रदेश ही नहीं देश के अनेक हिस्सों में यह अभियान चला चुके हैं। रविवार को उनका कार्यक्रम मोदीनगर के गांव मोहम्मदपुर कदीम में था। लेकिन उनके जाने से पहले ही गांव में इस प्रकार के होर्डिग ने उनका स्वागत किया। स्वामी दीपांकर अभियान चला रहे हैं जाति छोड़ो। उन्होंने कहा कि जातियों में बंटने से हिंदु समाज कमजोर हो रहा है। जातियां तो ईश्वर ने काम के आधार पर बनाई है, लेकिन जातियों में लोगोंं के बंटे होने के कारण सनातन धर्म कमजोर हो रहा है। उनका अभियान जाति छोड़ो- सनातन धर्म को मजबूत करो है।
दीपांकर स्वामी इस दौरान हर जाति के लोगों से जाति छोड़ने की भीख भी मांगते हैं। वे कहते हैं कि न मुझे पैसा चाहिये, न कोई सुख सुविधा। मुझे जाति छोड़ो की भिक्षा दे दो। इनके अभियान का ही प्रभाव था कि मोहम्मदपुर कदीम गांव में लोगों ने उनके वहां पहुंचने से पहले ही इस प्रकार के होर्डिंग गांव में लगा दिये। जहां भी वे भिक्षा मांगते है केवल जाति छोड़ो की। गाजियाबाद जिले में भी वे भिक्षाटन के करीब आधा दर्जन कार्यक्रम कर चुके हैं। इससे पूर्व वे पौधा रोपण का अभियान भी चला चुके हैं।
दीपांकर स्वामी ने कहा कि जातियों में समाज के बंटने से सनातन कमजोर हो रहा है, उनका उद्देश्य सभी सनातनी हिंदुओं को एकजुट करने का है।
मोहम्मदपुर कदीम गांव में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी दीपांकर का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने गांव में पैदल घूमकर लोगों से जाति छोड़ो की भीक्षा भी मांगी। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रवीण, आचार्य सूर्यांश, नवीन, भूपेंद्र समेत गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।