पावर आॅफ अटार्नी में बड़ा खेल उजागर
लंबे समय से चल रहे खेल पर शासन ने लगाई थी जनवरी माह में रोक
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद सदर तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में लंबे समय से चल रहे पावर आॅफ अटार्नी के खेल का खुलासा होने के बाद गाजियाबाद के चार सब रजिस्ट्रार को निलंबित कर दिया गया है। अब गाजियाबाद के पांचों सब रजिस्ट्रार निलंबित हो चुके हैं। एक का निलंबन पहले ही हो चुका है। सब रजिस्ट्रारों के निलंबन के बाद गाजियाबाद जिले में निबंधन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप है।
बता दें कि गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में लंबे समय से पावर आॅफ अटार्नी के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है। इसका खुलासा होने पर शासन ने चार जनवरी को दोनों जिलों में पावर आॅफ अटार्नी पर रोक लगा दी थी। जिसके विरोध में गाजियाबाद सदर तहसील के वकीलों ने लंबे समय तक आंदोलन किया था, बावजूद इसके रोक नहीं हटी। इतना ही नहीं महानिरीक्षक निबंधन ने गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर जिलों की पावर आॅफ अटार्नी की जांच भी अन्य जिलों के अधिकारियों से करवाने के आदेश दिये थे। सूत्रों के अनुसार जांच में पावर आॅफ अटार्नी में बड़ा खेल सामने आया। जिन संपत्तियों की पावर आॅफ अटार्नी हुई थी उन्हें दूसरों को बेचा गया, खादर क्षेत्र में पावर आॅफ अटार्नी के बाद जमीनों को बेचा गया। इतना ही नहीं एक ही व्यक्ति ने कई कई को पावर आॅफ अटार्नी कर दी।
इासके बाद ही मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश के महानिरीक्षक निबंधन ने गाजियाबाद सदर तहसील क्षेत्र के चार सब रजिस्ट्रारों सब रजिस्ट्रार प्रथम रविंद्र मेहता, द्वितीय अवनीश कुमार राय, तृतीय में सुरेश चंद मौर्य एवं पंचम में नवीन राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जबकि सब रजिस्ट्रार पंचम हनुमंत प्रसाद यादव को पूर्व में निलंबित कर दिया गया था।
सब रजिस्ट्रारों के निलंबन की पुष्टि जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी की है। उन्होंने कहा कि इनके स्थान पर अन्य जिलों के सब रजिस्ट्रारों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
पांच सब रजिस्ट्रारों के निलंबन से गाजियाबाद सदर तहसील में हड़कंप है। स्थिति यह है कि चाहे वकील हो अथवा सब रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारी एवं अधिकारी सभी के बीच निलंबन की ही चर्चा चल रही है।