अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। निवाड़ी थाने के एसएचओ मयंक अरोड़ा पर महिला संबंधी अपराध में भी लापरवाही बरतने का आरोप लगा है।
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में निवाड़ी थाने के इंस्पेक्टर मयंक अरोड़ा को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया। महिला अपराध में भी एसएचओ ने एफआईआर न कर दो बार समझौता करा दिया। हारकर पीड़िता ने अफसरों से शिकायत की। गोपनीय जांच हुई तो इंस्पेक्टर मयंक अरोड़ा पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई । डीसीपी (ग्रामीण) रवि कुमार ने बताया कि मयंक अरोड़ा को सस्पेंड करते हुए भोजपुर थाने के एसएस आई सुरेंद्र सिंह को निवाड़ी थाने का चार्ज दिया गया है। इस प्रकरण में मयंक अरोड़ा के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है।
दो बार शिकायत, दोनों बार कराया समझौता
सूत्रों ने बताया कि एक युवती ने अपने पूर्व प्रेमी के खिलाफ सोशल मीडिया में फोटो वायरल करने की एप्लीकेशन थाना निवाड़ी पर दी थी। आरोप है कि इंस्पेक्टर मयंक अरोड़ा ने इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और समझौता करा दिया। समझौता होने के तुरंत बाद ही आरोपी ने फिर से फोटो वायरल कर दिए।
पीड़िता ने दोबारा शिकायत की तो इंस्पेक्टर ने दोबारा समझौता करा दिया। आरोपी ने दोबारा भी यही हरकत की। आखिरकार पूरा मामला पुलिस अफसरों के पास पहुंचा। इसकी जांच एसीपी मोदीनगर से कराई गई। एसीपी की जांच में एसएचओ मयंक अरोड़ा पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई। जिसके बाद एसएचओ को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया है।