मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गाजियाबाद में हुआ जनपद स्तरीय निवेश कुंभ का भव्य आयोजन
1. 05 लाख करोड़ के निवेश के एमओयू साइन
गाजियाबाद जिले ने औद्योगिक विकास की लिखी गई नई इबारत
लगभग 6.50 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का किया गया सजीव प्रसारण, निवेशकों का हुआ सम्मान
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट 2023 का शुभारंभ किया तो दूसरी तरफ गाजियाबाद में आयोजित जिलास्तरीय निवेश कुंभ का आयोजन किया गया। जिलास्तरीय निवेश कुंभ में 3283 निवेशकों ने 1.20 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिये। इससे जिले में करीब साढ़े छह लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा। प्रदेश के कुल निवेश में गाजियाबाद जिले की यह बड़ी उपलब्धि है।
लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में आयोजित जिलास्तरीय निवेश कुंभ का उद्घाटन विधायक डा. मंजू शिवाच, अतुल गर्ग, अजीत पाल त्यागी, पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश उभरते हुए भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जो कि तीव्र गति से देश के विकास में योगदान दे रहा है। आज प्रधानमंत्री के कर कमलों द्वारा उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का उदघाटान लखनऊ में किया जा रहा है, जिसमें देश विदेश के निवेशकों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस भव्य कार्यक्रम का सजीव प्रसारण आज हिंदी भवन लोहिया नगर गाजियाबाद के प्रांगण में आप लोगो के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है जिसका उद्देश्य जनमानस में औद्योगिकीकरण एवं निवेश की भावना को जागृत कर देश एवं प्रदेश के विकास की राह पर अग्रसर करना है।
जिलाधिकारी ने कहा गाजियाबाद जिले में 3283 निवेशकों द्वारा 120209 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव विभिन्न क्षेत्रों में जैसे रियल स्टेट, एमएसएमई, टैक्सटाइल, हॉटीकल्चर, एजूकेशन एवं मेडिकल क्षेत्र इत्यादि में प्राप्त हुए है जहां एमएसएमई क्षेत्र में सर्वाधिक निवेशकों ने रूचि प्रकट की है। इन निवेश प्रस्तावों से लगभग 647168 रोजगार सृजन होने की सम्भावना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि गाजियाबाद में 24 सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के औद्योगिक क्षेत्र हैं जिनमें लगभग 33 हजार से अधिक इकाईयों संचालित है एवं 12 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यशील हैं।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा जिले में प्राप्त हुए निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने हेतु औद्योगिक भूमि के विस्तार हेतु यूपीसीडा द्वारा लगभग 500 एकड़ भूमि पचायरा एवं आलियाबाद लोनी क्षेत्र में चिन्हित की गयी है एवं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा निवेश प्रस्तावों को दृष्टिगत रखते हुए मास्टर प्लान 2031 में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार करने के लिए वृहद योजना बनायी जा रही है जिसमें मुख्यत: एनपीआर रोड पर लगभग 500 हैक्टेयर की भूमि औद्योगिक प्रयोजन हेतु चिन्हित की गयी है।
बड़े निवेशकों में ये शामिल
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि गाजियाबाद में बड़े निवेशकों में से इन्फोटच टैक्नोलॉजीस के द्वारा 12500 करोड़ का निवेश कार्बन एक्सचेंज क्षेत्र में, मै. पावर फाइनेंस कारपोरेशन के द्वारा 11452 करोड़ का निवेश एनर्जी क्षेत्र में, मै. पावर ग्रिड कारपोरेश के द्वारा 5700 करोड़ का निवेश एनर्जी क्षेत्र में, मै. वेब ग्रुप द्वारा 3150 करोड हाउसिंग सेक्टर में, मै. संजीवनी एन्टरप्राइजेज के द्वारा 1200 करोड टैक्टसटाइल सेक्टर में एवं मै. यशोदा ग्रुप द्वारा 800 करोड़ का निवेश मेडिकल क्षेत्र में किया जा रहा है। जनपद के पर्यावरण को दृष्टिगत रखते हुए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु 450 करोड़ की लागत के तीन प्रस्ताव नगर निगम के द्वारा किये जा रहे है एवं इसके साथ ही आईजीएल के द्वारा डासना में लगभग 150 करोड़ की लागत में ग्रीन हाइड्रोजन (क्लीन फ्यूल) के उत्पादन का प्लांट लगाया जा रहा है, जिससे निकट भविष्य में उद्यमियों को क्लीन फ्यूल आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आह्वान करते हुए कहा कि आईये हम सब मिलकर जनपद गाजियाबाद के चहुंमुखी विकास में सहयोग कर प्रधानमंत्री के देश की 5 ट्रिलियन डालर इकॉनमी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रदेश की वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को पूर्ण कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि प्रदेश को 32 लाख करोड़ से अधिक का निवेश प्राप्त होना प्रदेश के लिये सौभाग्य की बात है। प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था और विकास की ओर बढ़ते कदम के चलते जनपद को लक्ष्य से कई गुना अधिक 01 लाख 20 हजार करोड़ का निवेश जल्द ही जनपद की तकदीर व तस्वीर को बदलेगा। उन्होंने गाजियाबाद की जनता को विश्वास दिलाया कि जल्द की इसे धरातल पर लाया जाएगा। निवेश के जरिये सरकार ने उत्तर प्रदेश को हर क्षेत्र से जोड़ने की कोशिश की है। फिर चाहे क्षेत्र रक्षा का हो या फिर विद्युत पर निर्भरता कम करने के लिये सोलर एनर्जी का क्षेत्र हो। निवेश को बढ़ावा देने के साथ ही नये-नये रोजगार सृजन की प्रदेश सरकार द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है। इंवेस्टर्स समिट-2023 प्रदेश ही नहीं वरन भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई गति प्रदान करेगा। उन्होंने ग्लोबल इंवेस्टर्स्ट समिट को विकास का महाकुम्भ बताते हुए कहा कि आज भारत पूरी दुनियां के लिये आशा का केन्द्र बना हुआ है। कानून व्यवस्था, ईज आॅफ डूइंग, इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में उत्तर प्रदेश का कोई सानी नहीं है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के साथ यूपी का स्वर्णिम युग शुरू हो गया है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद में प्रस्तावित निवेश पर निर्माण कार्य प्रारंभ करने वाले अशोक कुमार को15 करोड़ की परियोजना स्थापित करने पर, प्रिंस सिंह मैसर्स प्रिंस मोटर लिंक प्राइवेट लिमिटेड को 20 करोड़, मुकेश गुप्ता बिरकन इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड को 10 करोड़, विमल मुंदरा मैसर्स फैशन फ्लैशर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 08 करोड़, आलोक जैन को अपनी परियोजना धरातल पर लाए जाने के लिए विधायक नंद किशोर गुर्जर, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा सम्मान प्रतीक भेंट किए गए।
उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र श्रीनाथ पासवान ने मंचासीन अतिथियों, उद्यमियों एवं निवेशकों का कार्यक्रम में पधारने के लिये आभार प्रकट करते हुए कहा कि लखनऊ में आयोजित तीन दिवसीय इंवेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश की आर्थिक तरक्की का नया अध्याय लिखेगा। प्रदेश स्तर पर लगभग 18 हजार से अधिक कम्पनियों द्वारा 32 लाख 92 हजार करोड़ निवेश के लिये किये गये समझौते जब विभिन्न जिलों में अपनी इकाईयों का संचालन करेंगे तो प्रदेश के युवाओं को अवश्य ही रोजगार के पंख लगेंगे।
गाजियाबाद निवेश कुंभ कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, विधायक अतुल गर्ग, मंजू शिवाच, नंद किशोर गुर्जर, अजीत पाल त्यागी, एमएलसी श्रीचंद्र शर्मा, पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा, नगर आयुक्त नितिन गौड़, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. महेश कुमार, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी संजय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।