Dainik Athah

गन्ना भुगतान न होने पर 14 दिन में ब्याज देय होता है: अखिलेश यादव

भाजपा राज में पूरे साल किसान तबाह रहे

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में बिचौलिए हावी हैं। किसानों को उनकी फसलों की एमएसपी नहीं मिल रही है। भाजपा सरकार किसानों को समय से खाद बीज और बिजली नहीं उपलब्ध करा रही है अभी तक पिछले पेराई सत्र का गन्ना भुगतान नहीं हुआ। इस सत्र में अभी तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं हुई। भाजपा सरकार किसानों को छल रही है। किसानों के सभी कर्ज माफ नहीं किए गए। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त क्यों नहीं की गई?

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में पूरे साल किसान तबाह रहे। सूखा, बारिश के संकट से जूझते किसान को खेती की बढ़ती लागत और सरकार द्वारा मिल रही घोर उपेक्षा का भी सामना करना पड़ा। वायदा किया गया था कि किसान की आय दुगनी की जाएगी, उसे मुफ्त बिजली, सिंचाई का लाभ मिलेगा लेकिन किसानों पर मिली कर्ज और आर्थिक तंगी की सौगात जिसने उसे आत्महत्या को मजबूर कर दिया। आखिर किसान के साथ यह धोखा कितने दिन और चलेगा? उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा किसान और गरीब विरोधी रही है। वह पूंजीघरानों को संरक्षण देने वाली नीतियां बनाती है। पिछले आठ सालों से वह किसानों को सिर्फ सपने दिखाती रही है। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से महंगाई दोगुनी हो गई। छुट्टा और आवारा पशुओं ने किसानों की फसल को तहस-नहस कर फसल को बर्बाद कर दिया हैं। किसानों के लिए यह विकराल समस्या है। किसान पूरी रात जाग कर अपनी फसल की रखवाली करने को मजबूर है। इस कड़ाके की ठंड में कई किसानों की मौतें भी हो चुकी है।

अखिलेश यादव ने कहा कि तीन महीने से अधिक समय से गन्ना पेराई चल रही है। परन्तु सरकार एवं मिल मालिकों द्वारा गन्ना किसानों का शोषण जारी है। सरकार ने 15 दिनों में गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का वादा किया था। गन्ना शुगर कंट्रोल एक्ट के मुताबिक 14 दिन में भुगतान न होने पर उस पर ब्याज भी देय होता है। भाजपा सरकार ने गन्ने का भुगतान ही नहीं किया, ब्याज की अदायगी का तो जिक्र भी नहीं होता है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं समाजवादी पार्टी लगातार उठाती रही है। समाजवादी पार्टी किसानों की समस्याओं को सदन से सड़क तक हर जगह उठाएगी। भाजपा सरकार किसानों को धोखा दे रही है। किसानों से झूठे वादे करती है।

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