संघ के बाल स्वयं सेवक पथ संचलन मामले में विवाद
भाजपा विरोधी दलों के जाट नेता आये एक मंच पर
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। संघ के बाल पथ संचलन में जबरन स्कूटी घुसेड़ने एवं स्वयं सेवकों को बंधक बनाकर पीटने के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी एवं क्रास एफआईआर के मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। अब भाजपा विरोधी जाट नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी भाजपा नेता मयंक गोयल एवं उनके साथियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 29 दिसंबर से आंदोलन किया जायेगा।
इस मामले में मंगलवार को जाट समाज की बैठक गोविंदपुरम में हुई। बैठक के बाद पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर कहा गया कि जाट समाज की बैठक में भाजपा नेता मयंक गोयल द्वारा थाना कविनगर में जाट समाज को गांव में घुसकर लाठी से पीटने और समाज के प्रति अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर गाली गलौज करने और जाट समाज को सबक सिखाने की धमकी दी गई। जिस समय ये सब गोयल द्वारा कहा गया उस समय पुलिस के जिम्मेदार आला अधिकारी और भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी, महानगर भाजपा अध्यक्ष संजीव शर्मा सहित भाजपा के सैंकड़ों नेता मौजूद थे। जाट समाज के लोगों के अलावा कॉलोनी के अन्य समाज के लोगों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्ष की तरफ से थाने में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन मयंक गोयल सहित दूसरे पक्ष के किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई, जबकि पहले पक्ष के अरविंद तेवतिया व उनके नाबालिग बेटे व एक अन्य को जेल भेज दिया गया। आरोप लगाया गया कि इसमें गोयल के एक सजातीय अधिकारी की भूमिका भी सामने आ रही है।
इसके साथ ही मांग की गई कि जातीय सद्भाव बिगाड़ने वाले गोयल व उसके साथियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए. नहीं तो जाट समाज अन्य लोगों व कॉलोनी वासियों के साथ 29 दिसंबर से आंदोलन किया जायेगा।
बैठक की अध्यक्षता जाट सभा के अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी ने की। बैठक को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोर टीम सदस्य सत्यपाल चौधरी, मेयर प्रत्याशी रहे कांग्रेस नेता विजय चौधरी, रालोद के पूर्व अध्यक्ष अजय प्रमुख, रालोद के महानगर अध्यक्ष रहे अरुण चौधरी भूल्लन, सपा नेत्री राज देवी चौधरी, सपा अध्यक्ष राहुल चौधरी, सुनील चौधरी, सपा नेता धर्म वीर डबास, बोबी चौधरी, वंदना चौधरी, प्रमेंन्दर बाबा, रालोद नेता सुशील चौधरी, अर्जुन सहरावत सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे।