Dainik Athah

मुरादनगर विस क्षेत्र में कार्यक्रम बैनर पर क्षेत्रीय विधायक का ही नाम नहीं

ऐसे तो थमने वाली नहीं जन प्रतिनिधियों के बीच की रार

केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के साथ मोदीनगर विधायक का नाम था बैनर पर

कृषि विभाग ने आखिर क्यों किया ऐसा, उठ रहे सवाल

अजीत पाल त्यागी को फोन कर कार्यक्रम में आने का अनुरोध किया गया

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद जिले के जन प्रतिनिधियों के बीच चल रही रार अभी थमी भी नहीं कि जिले के कृषि विभाग ने एक नया कारनामा कर दिखाया। मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किसान सम्मान कार्यक्रम में लगे बैनर पर क्षेत्र के विधायक का नाम ही गायब कर दिया। अब यह क्यों हुआ इसको लेकर फिर से राजनीतिक गलियारों में नयी चर्चाएं शुरू हो गई है। हालांकि जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी के फोन करने पर विधायक कार्यक्रम में शामिल तो हुए, लेकिन कृषि विभाग ने तो कारनामा कर ही दिया।

शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर जिले के कृषि विभाग ने मुरादनगर में किसान सम्मान दिवस का आयोजन किया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री एवं स्थानीय सांसद जनरल वीके सिंह थे। इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में मोदीनगर विधायक डा. मंजू शिवाच का नाम था। मंच पर लगा बैनर भी इसकी चुगली कर रहा है कि क्षेत्रीय विधायक अजीत पाल त्यागी का नाम बैनर पर नहीं लिखा गया। कार्यक्रम में अतिथियों के आने से पहले जब जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे तक उन्हें इस गलती का पता चला। इसके साथ ही जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वयं अजीत पाल त्यागी को फोन कर कार्यक्रम की जानकारी दी और कार्यक्रम में शामिल होने अनुरोध किया।
सूत्रों के अनुसार अजीत पाल त्यागी चूंकि मुरादनगर में ही मौजूद थे जिस कारण वे अधिकारी के अनुरोध को अस्वीकार नहीं कर पाये और कार्यक्रम में शामिल हो गये। लेकिन कार्यक्रम में पहुंचे विधायक अजीत पाल त्यागी के समर्थकों को यह नागवार गुजरा कि उनके क्षेत्र में कार्यक्रम होने के बावजूद क्षेत्रीय विधायक का नाम बैनर से गायब है।

बता दें कि पिछले दिनों एमएलसी दिनेश गोयल के कार्यक्रम पर जन प्रतिनिधियों की अनौपचारिक बैठक में पारित हुए प्रस्ताव के बाद जिले के जन प्रतिनिधि दो खेमों में बंटे हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि भाजपा नेतृत्व की सख्ती के बाद अब जन प्रतिनिधियों के बीच हुए विवाद को शांत करने के प्रयास में प्रदेश भाजपा मंत्री एवं महानगर भाजपा प्रभारी अमित वाल्मीकि लगे हुए हैं। उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों से इस संबंध में अलग अलग बात भी की है। लेकिन कृषि विभाग का यह कारनामा आग में घी डालने जैसा है। सूत्रों की मानें तो इस मुद्दे को भी आने वाले समय में हवा दी जा सकती है।

ऐसे अधिकारियों की लापरवाही बन सकती है परेशानी का सबब

अब यह सबकुछ जानबूझ कर किया गया अथवा गलती से हुआ यह तो अलग बात है। लेकिन इस प्रकार के लापरवाह अफसरों के कारण जहां जन प्रतिनिधियों के बीच विवाद बढ़ सकता है, वहीं दूसरी तरफ आने वाले समय में यह परेशानी का सबब भी बन सकती है।

मैंने जिले में जुलाई माह में ही कार्यभार ग्रहण किया है। मेरी जानकारी में था कि कार्यक्रम मोदीनगर में है। यह सब भूलवश हुआ है। इसके पीछे किसी प्रकार की मंशा नहीं थी। भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति न हो इसका ध्यान रखा जायेगा।

राम जतन मिश्रा, उप निदेशक कृषि गाजियाबाद

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