उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आॅफ फोरेन्सिक साइंसेज की बैठक
इंस्टीट्यूट में अध्ययन हेतु छात्रों का चयन एकेटीयू प्रवेश परीक्षा द्वारा करेगा
निर्माण कार्य अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप गुणवत्तापरक तरीके से
निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किये जाने के कड़े निर्देश
इंस्टीट्यूट के अर्न्तगत फिंगर प्रिंटिंग विभाग को भी जोड़ने को मिली मंजूरी
एमएससी फोरेन्सिक साइन्स, पीजी डिप्लोमा इन फोरेन्सिक डाक्यूमेन्ट इग्जामिनेशन
तथा पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज की होगी शीघ्र शुरूआत
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नवनिर्मित होने वाले स्टेट इंस्टीट्यूट आॅफ फोरेन्सिक साइंसेज, लखनऊ के संचालन हेतु गठित बोर्ड आफ गवर्निंग बाडी की चतुर्थ बैठक प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद की अध्यक्षता में यहां लोक भवन स्थित सभा कक्ष में सम्पन्न हुई।
इंस्टीट्यूट में आगामी शैक्षणिक सत्र से शिक्षण कार्य की शुरूआत किये जाने सहित सभी जरूरी बिन्दुओं पर बैठक में गहन विचार-विमर्श किया गया। इंस्टीट्यूट के प्रस्तावित विभागों में फिंगर प्रिंटिंग विभाग को भी जोड़े जाने का अनुमोदन बैठक में प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि इस इंस्टीट्यूट के अन्तर्गत फोरेंसिक साइन्स से संबंधित विभिन्न विषयों यथा विभागों संबंधी शैक्षणिक कार्यक्रम किये जाने है।
आगामी शिक्षण सत्र हेतु तीन पाठ्यक्रमों क्रमश: एमएससी फोरेन्सिक साइन्स, पीजी डिप्लोमा इन फोरेन्सिक डाक्यूमेन्ट इग्जामिनेशन तथा पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज की शुरूआत किये जाने की रूपरेखा तैयार की गई है जिस पर उच्चानुमोदन प्राप्त किये जाने के निर्देश दिये गये है। उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आॅफ फोरेंसिक साइंसेज में चल रहे निर्माण कार्यों को अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप गुणवत्तापरक तरीके से त्वरित गति से संचालित कर प्रत्येक दशा में कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किये जाने के कड़े निर्देश भी दिये गये है ताकि आगामी शैक्षणिक सत्र की शुरूआत प्रत्येक दशा मे सुनिश्चित की जा सके। संस्थान तक पहुंच बढ़ाने हेतु एपरोच रोड के निर्माण का कार्य भी निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं।
गवर्निंग बाडी की इस चतुर्थ बैठक मे इंस्टीट्यूट के निर्माण कार्य में और अधिक तेजी लाये जाने हेतु उपलब्ध करायी गयी प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति तथा भविष्य की आवश्यकताओं पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया। साथ ही इच्छुक छात्रों के प्रवेश हेतु एकेटीयू के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया परीक्षा द्वारा पूर्ण कराये जाने पर भी विचार किया गया। प्रस्तावित पाठ्यक्रम हेतु फीस, शैक्षणिक योग्यता तथा सीटों की संख्या आदि पर भी विचार किया गया। इंस्टीट्यूट मे एकेडमिक कार्यो हेतु प्रस्तावित 94 पदों के सापेक्ष प्रथम चरण में 29 पदों को भी नियमानुसार शीघ्र भरे जाने पर भी विचार किया गया ताकि शैक्षणिक कार्यों के संचालन में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो सके। इस संस्थान में आउटसोर्सिंग से भरे जाने वाले पदों की शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू किये जाने के लिये सेवा प्रदाता एजेंसी के तत्काल कार्यवाही पूर्ण किये जाने के भी निर्देश दिये गये है।
बैठक में सचिव गृह बीडी पाल्सन, पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण संजय तरडे, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं मोहित अग्रवाल, विशेष सचिव गृह राजेश राय के अतिरिक्त न्याय एवं वित्त आदि विभागों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।