मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील का हुआ असर
एडीएम प्रशासन एवं ईओ लोनी के प्रयास लाये रंग
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। कवि दुष्यंत कुमार का एक शेर याद आ रहा है ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों …’ जी हां इसे साबित करके दिखाया है गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास ने। गंदगी के ढेरों से मुक्त करवाकर उन्होंने लोनी के दर्जनों कूड़े के ढेरों को सेल्फी प्वाइंट में तब्दील कर दिया है।
बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वच्छ भारत मिशन नगरीय के अंर्तगत ‘प्रतिबद्ध: 75 जनपद, 75 घंटे, 750 निकाय’ अभियान 1 दिसंबर से शुरू किए जाने का निर्णय लिया था। इस अभियान के तहत प्रदेश के 750 निकायों में कूड़ा एकत्रीकरण के दृष्टिगत संवेदनशील स्थानों गार्बेज वल्नरेबल प्वाइंट्स को पूर्णतया विलोपित कर स्वच्छ स्थान में परिवर्तित करने की योजना थी। इस अभियान को गति देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन नगर निकाय निदेशालय की ओर से सभी नगर आयुक्तों, जिलाधिकारियों एवं निकायों के अधिशासी अधिकारियोें को पत्र के जरिए समयसीमा के अंदर अभियान चलाकर उद्देश्य की पूर्ति के निर्देश जारी किए गये। इन स्थानों पर सफाई के बाद सौंदर्यीकरण और कई स्थानों को सेल्फी पॉइंट के तौर पर विकसित करने के निर्देश दिये गये
निर्देश मिलने के बाद गाजियाबाद प्रशासन हरकत में आया और त्वरित गति से योजना पर अमल का काम शुरू हो गया। गाजियाबाद की एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास जिनके पास अधिशासी अधिकारी लोनी का अतिरिक्त कार्यभार है ने इसे गंभीरता से लिया और कार्य प्रारंभ कर दिया गया। उन्होंने अभियान चलाकर लोनी क्षेत्र में कूड़े के ढेरों को पूरी तरह से समाप्त करवाया। इसके साथ ही अनेक स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट भी विकसित किये गये। इसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। इसके साथ ही मोदीनगर नगर पालिका क्षेत्र में एसडीएम शुभांगी शुक्ला के पास भी ईओ मोदीनगर नगर पालिका का जिम्मा है ने भी नगर पालिका क्षेत्र में कूड़े के ढेर समाप्त करवाने में सफलता प्राप्त की। मुरादनगर ईओ अभिषेक मिश्रा ने भी अनेक स्थानों पर कूड़े के ढेर समाप्त करवाये।
प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्राप्त कार्य योजना पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में जिले की सभी निकायों में बेहतर काम हुआ है। लोनी में अनेक स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किये गये हैं। जिलाधिकारी के मार्ग दर्शन में काम बेहतर होता है।