Dainik Athah

15 दिनों में पूर्ण रूप से काम करना शुरू कर देगी पुलिस कमिश्नरेट: अजय मिश्रा

गाजियाबाद कमिश्नरेट को मिलेंगे एक हजार पुलिसकर्मी

अभी कुछ दिनों तक 107/116, 151 जैसे अन्य मामले पूर्व की भांति प्रशासन देखेगा

तीन से चार माह में दिखाई देगा जिले की पुलिस व्यवस्था में बदलाव: पुलिस कमिश्नर

शासन की मंशा के अनुरूप किया जायेगा काम

किसी कारण से लगातार यातायात बाधित रहना अपराध

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद जिले पहले पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा ने कहा है कि आगामी 15 दिनों में पुलिस कमिश्नरेट पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगा। जिले को एक हजार पुलिसकर्मी अतिरिक्त मिलेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगले तीन से चार माह में जिले की पुलिस व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप यातायात, महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर मजबूती से काम किया जाएगा। कहा कि जिले को एक हजार पुलिसकर्मी जल्द ही मिल जायेंगे।
बुधवार को गाजियाबाद कमिश्नरेट का विधिवत कार्यभार ग्रहण करने के बाद अजय मिश्रा ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बात की। इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब तक सभी अधिकारियों की तैनाती नहीं हो जाती एवं न्यायालय कक्ष तैयार नहीं हो जाते तब तक 107/116, 151 जैसे अन्य मामले पूर्व की भांति प्रशासन देखेगा। जब भी इस व्यवस्था में बदलाव होगा विधिवत बताया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले को तीन आइपीएस अधिकारी जो डीसीपी होंगे एवं एक आईपीएस अधिकारी जो सहायक पुलिस आयुक्त के रूप में काम करेंगे भी शीघ्र मिल जाएंगे। अगले 15 दिन के भीतर कमिश्नरेट व्यवस्था को विधिवत रूप से शुरू करा दिया जाएगा।
मूल रूप से बलिया के रहने वाले अजय मिश्रा 1989 से वाराणसी में रह रहे हैं। वह 2003 बैच के अधिकारी हैं और पूर्व में सुल्तानपुर, इटावा, महोबा, बागपत, प्रतापगढ़, मैनपुरी, वाराणसी, मैनपुरी और कानपुर में तैनात रह चुके हैं।


मिश्रा ने बताया कि वे लंबे समय से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे और दो माह पूर्व ही प्रदेश में वापसी की है। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने से पुलिस के प्रति आम लोगों का विश्वास व उम्मीद बढ़ेगी। पुलिस के अधिकारों के साथ दायित्व भी बढ़े हैं। तीन से चार माह के भीतर जिले में बड़े बदलाव दिखाई देंगे। ये ऐसे सकारात्मक बदलाव होंगे कि इनके बारे में बताने की जरुरत नहीं होगी, यह खुद ही दिखाई देंगे। साइबर अपराध रोकने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष लोगों को आगे लाकर उनसे काम कराया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न प्लेटफार्म पर जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे। अपराध नियंत्रण के लिए पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ नई योजनाएं बनाई जाएंगी। निकाय चुनाव संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव की तैयारी पहले से ही चल रही है। शासन की मंशा के अनुरूप निष्पक्ष चुनाव कराये जायेंगे।

जाम किसी अपराध से कम नहीं, लाखों लोग होते हैं प्रभावित
अजय मिश्रा का कहना है कि जाम किसी अपराध से कम नहीं है। यदि जाम लगता है तो छोटे बच्चे, स्कूली बच्चे, रोजगार के लिए जाने वाले लोग, बस, ट्रेन, हवाई जहाज पकड़ने वाले लोगों समेत हर आदमी परेशान होता है। उन्होंने कहा जिले में एक दिन में 40 से 50 एफआइआर दर्ज होती हैं। इसमें 40 से 50 लोग प्रभावित होते हैं लेकिन यदि कहीं जाम लगता है तो एक साथ हजारों की संख्या में लोग प्रभावित होते हैं। जाम किसी अपराध से कम नहीं है। इसलिए जाम के खात्मे के लिए योजना बनाकर काम किया जाएगा। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे भी बढ़ाये जायेंगे।

राजनीतिज्ञों की बात भी सुनी जायेगी

नव नियुक्त पुलिस कमिश्नर ने पुलिस पर नेताओं के दबाव संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि जन प्रतिनिधि एवं नेता शासन के अंग है। यह लोकतंत्र है। उनकी बातें भी सुनी जायेगी और समस्याओं का निराकरण किया जायेगा।

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