अथाह संवाददाता
गाजियाबाद : जिलाधिकारी अजयशंकर पांडेय ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को जिले में प्रतिदिन कम से कम 4500 कोविड-19 के टेस्ट करने के निर्देश दिए तथा जिला एमएमजी अस्पताल में बन रही आरटी-पीसीआर टेस्ट लैब को हर हाल में 13 अगस्त तक शुरू कराने के निर्देश दिए है।
कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस को लेकर ली समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि गाजियाबाद एनसीआर का महत्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण कोरोना की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है। जिले में कोविड-19 के मद्देनजर 900 सर्विलांस टीमों की तैनाती की गई है।
यह टीमें कंटेनमेंट जोन व गैर कंटेनमेंट जोन में घर-घर सर्वेक्षण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी क्षेत्र से कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचता है और इसके संबंध में सर्विलांस टीम द्वारा इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम को जानकारी नहीं दी गई तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सर्विलांस टीम को निर्देश दिए हैं कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के नंबर सत्यापित कर पोर्टल पर सही नंबर दर्ज करें।
साथ ही टीमें अपने-अपने क्षेत्र में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की प्रतिदिन फोन पर बातचीत कर जानकारी भी हासिल करें और यह जानकारी कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के लिए जिले में 3048 बूथ लेवल अधिकारियों व 237 सुपरवाइजरों की जिम्मेदारी तय की गई है।
ये लोग घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों को कोरोना के लक्षणों की जानकारी कर रहे हैं। अब फोन के माध्यम से लक्षण वाले लोगों से टेस्ट के बारे में जानकारी करेंगे और जिन लोगों ने टेस्ट नहीं कराया है, उनके टेस्ट कराए जाएंगे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, एडीएम वित्त एवं राजस्व यशवर्धन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनके गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।