जुलूस के रूप में विधानसभा जा रहे थे अखिलेश यादव
लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए इसी प्रकार सदन और सड़क का रास्ता अपनायेगी सपा: अखिलेश
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में नेता विपक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के सभी विधायक बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं के शोषण, कानून व्यवस्था की बदहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र की दुर्व्यवस्था, बिजली संकट, नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय, किसानों की समस्याओं और समाजवादी पार्टी नेताओं पर लगाए जा रहे फर्जी मुकदमों को लेकर विधानसभा सत्र की कार्यवाही में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए निकले। पुलिस के रोके जाने पर सभी विधायक अखिलेश यादव के नेतृत्व में सड़क पर बैठ गए।
अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। सदन की कार्यवाही में शामिल होना विधायकों का संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार है। लोकतंत्र में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि सरकार भारी फोर्स लगाकर विधायकों को कार्यवाही में शामिल न होने दें। भाजपा सरकार इससे साबित कर रही है कि वह जनाक्रोश से डरकर कितना असुरक्षित महसूस कर रही है। सत्ता जितनी कमजोर होती है, दमन उतना ही अधिक बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार क्यों विपक्ष का सामना नहीं कर पा रही है? उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर असफल हुई है। लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए समाजवादी पार्टी इसी तरह सदन और सड़क का रास्ता अपनाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से महंगाई इतनी बढ़ गयी है कि कल्पना नहीं की जा सकती है। जनता महंगाई से पिस रही है। दूध, दही, घी, तेल तक पर सरकार ने जीएसटी लगा दिया है। खाने, पीने की चीजों के दाम बहुत बढ़ गए हैं। महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। भाजपा ने जनता को झूठे सपने दिखाए। बड़े पैमाने पर बेरोजगारी बढ़ी हैं। रोजगार नहीं दिये जा रहे हैं। नौजवानों के पास नौकरी, रोजगार नहीं है। सरकार रोजगार बढ़ाने की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है। दलितों, पिछड़ों को संविधान में दिए गए अधिकार भाजपा सरकार छीन रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बर्बाद है। अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार हर विभाग को बेच रही है। रेलवे बिक गया, हवाई अड्डे, हवाई जहाज बिक गया, सरकार बड़े पैमाने पर निजीकरण कर नौकरी रोजगार खत्म कर रही है। उससे नौजवान संतुष्ट नहीं है। जो नौजवान इसके विरोध में निकले उन पर झूठे मुकदमें लगा दिए गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक विधानसभा में जाकर जनहित के सवालों को उठाना चाहते थे परन्तु भाजपा सरकार ने उन्हें सड़क पर ही क्यों रोक दिया है? आज जब हम लोग पैदल विधानसभा में जाना चाहते हैं, तब भी रोका गया। हमारे विधायकों और पूर्व मंत्रियों को जो कि कई-कई बार के विधायक हैं, पूर्व स्पीकर हैं, उन्हें भी सदन में नहीं जाने दिया जा रहा है। लोकतंत्र में यह बहुत ही निन्दनीय है। हम जनता की आवाज सदन से सड़क तक उठायेंगे। जनता 2024 में दमनकारी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित है।