भाजपा किसान मोर्चा में लगातार बढ़ रहा विवाद
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला भाजपा किसान मोर्चा में नीचे से शुरू हुआ विवाद लगता है क्षेत्र से होते हुए प्रदेश तक चला गया है। इस स्थिति को लेकर जिले के भाजपाई चिंतित नजर आ रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष ने यह कहते हुए विवाद को शांत करने का प्रयास किया कि भाजपा जिलाध्यक्ष की सहमति से किसी भी मोर्चें की जिला कमेटी में बदलाव हो सकता है।
बता दें कि भाजपा किसान मोर्चा की जिला कमेटी में पिछले दिनों हुए बदलाव के बाद विवाद शुरू हुआ था। आरोप लगाया गया था कि जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा देवेंद्र चौधरी डायमंड ने अपनी मर्जी से कमेटी में बदलाव किया है। मामला जब किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर के पास पहुंचा तो उन्होंने पुरानी कमेटी को बहाल करने की घोषणा कर दी। इससे डायमंड सहमत नहीं। उन्होंने कहा कि पुराने और नये दोनों काम करेंगे। इस संबंध में मेरी प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह से बात हो चुकी है।
जिस प्रकार गाजियाबाद जिला किसान मोर्चा की कमेटी को लेकर क्षेत्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष के अलग अलग बयान है उसे देखते हुए यह लगता है कि गाजियाबाद जिले ने ही क्षेत्रीय व प्रदेश अध्यक्षों के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया है। दूसरी तरफ भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल कमेटी में बदलाव को लेकर चुप्पी तो साधे हैं, लेकिन अनुशासन की चेतावनी भी दे रहे हैं।
क्षेत्रीय अध्यक्ष को नहीं करनी चाहिये दखलंदाजी
भाजपा जिलाध्यक्ष, किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष की सहमति से कमेटी में बदलाव किया गया था। जिलाध्यक्ष को बताना चाहिये कि उन्होंने सहमति दी थी। प्रदेश अध्यक्ष भी कह चुके हैं कि भाजपा जिलाध्यक्ष की सहमति से मोर्चे की कमेटी में बदलाव हो सकता है। इस प्रकार के मामलों में क्षेत्रीय अध्यक्ष की दखलंदाजी उचित नहीं है।
देवेंद्र चौधरी डायमंड, जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा गाजियाबाद
क्या कहते हैं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष
यदि किसी भी मोर्चे की जिला कमेटी में बदलाव होता है तो मोर्चा जिलाध्यक्ष एवं भाजपा जिलाध्यक्ष की आपसी सहमति से हो सकता है। इसी प्रकार क्षेत्रीय कमेटी में बदलाव होता है तो मोर्चे के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष आपसी सहमति से ऐसा कर सकते हैं। ऐसा ही मंडल एवं प्रदेश अध्यक्ष की कमेटियों में होता है। गाजियाबाद जिले की कमेटी में बदलाव भाजपा जिलाध्यक्ष की सहमति से हो सकता है।
कामेश्वर सिंह, अध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश
भाजपा किसान मोर्चा हो अथवा कोई अन्य मोर्चा अथवा मुख्य संगठन में कोई विवाद है तो उसे आपस में बैठकर सुलझा लिया जायेगा। घर की बात को कोई मीडिया अथवा बाहर लेकर जाता है तो यह अनुशासनहीनता है जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
दिनेश सिंघल, जिलाध्यक्ष भाजपा गाजियाबाद