जीडीए मानकों को ताक पर रखकर
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। एक तरफ गाजियाबाद विकास प्राधिकरण मानकों के विपरीत किए जा रहे अवैध निर्माण पर हथौड़ा व बुलडोजर चला रहा है तो दूसरी ओर सारे नियम कायदे को ताक पर रखकर प्रताप विहार क्षेत्र में खड़ी की गई 4 मंजिला शिक्षा की दुकान को जीडीए अधिकारी नजरअंदाज किए बैठे हैं।
बुधवार को जीडीए प्रवर्तन जोन प्रभारी मानवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में जोन 8 के लोनी क्षेत्र में मानकों के विपरीत किए गए भवन व मकान की छत को पीला पंजा व हथौड़ा चला कर नेस्तनाबूद किया गया। लेकिन शिकायत के बाद प्रताप विहार के एल- 289 में रिहायशी कॉलोनी में व्यवसायिक गतिविधि का संचालन करने के मामले में आज तक कोई कार्रवाई नही की गई है। यह बात समझ से परे है कि आवासीय क्षेत्र में जहां ना पार्किंग की सुविधा है ना किसी और बात की, बावजूद इसके स्कूल खोलने की मान्यता किस आधार पर दे दी गई।
मालूम हो कि प्रताप विहार सेक्टर 12 एल ब्लॉक में भूखंड संख्या 289 में न्यू लाइफ विक्टोरिया स्कूल के नाम से मानेसर दास कक्षा 8 तक स्कूल चला रहे हैं। आवासीय भवनों के लिए जीडीए द्वारा दिए गए भूखंड पर मानेसर दास ने ट्रस्ट की आड़ में स्कूल खोल दिया और देखते देखते ऊपरी हिस्से में तीन मंजिल तक निर्माण कर लिया।
जीडीए मानकों के विपरीत किए गए निर्माण की शिकायत पूर्व में कई बार गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से की गई लेकिन आज तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। हां इतना जरूर हुआ कि संबंधित क्षेत्र के जे ई व सुपरवाइजर ने अपनी जेब गर्म कर ली और आराम से चुप बैठ गए। शिक्षा के नाम पर चलाए जा रहे स्कूल को पूरी तरह व्यवसायिक रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
बच्चों से मनमानी फीस वसूली जा रही है यही नहीं कई अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल संचालक आरटीई के तहत शिक्षा ले रहे गरीब बच्चों से भी किताबों के नाम पर मोटा पैसा वसूल रहा है। यही नहीं आरटीई के कक्षा 2 के छात्रों से भी पांच ,पांच सौ रुपए जबरन वसूल रहा है। परीक्षा शुल्क न देने पर बच्चों को स्कूल में बैठा कर प्रताड़ित किया जा रहा है । इसके बावजूद आवासीय कॉलोनी में शिक्षा के नाम पर तीन मंजिला भवन खड़ा कर दिया गया। लोगों ने जीडीए अधिकारियों से किए गए निर्माण की जांच कराने की मांग की है।