उप्र में स्वास्थ्य सुविधाएं चौपट
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हैं। जनता स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं की लगातार शिकार हो रही है। मुख्यमंत्री के ताबड़तोड़ आदेशों-निदेर्शों और स्वास्थ्य मंत्री के बार-बार शमिंर्दा होने के बावजूद हालात सुधर नहीं रहे हैं। ऐसी दुर्व्यवस्था पहले कभी नहीं देखी गई।
उन्होंने कहा कि कन्नौज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में डिप्टी सीएम के निरीक्षण के दौरान पिता को पीठ पर ले जाकर इलाज के लिए बेटा भटकता रहा। सिद्धार्थनगर के जिला अस्पताल में मरीज को स्ट्रेचर ही नहीं मिल सका। गर्भवती महिलाएं वार्ड तक लगभग 100 मीटर पैदल चलने के लिए मजबूर है।
भाजपा राज में हालत यह है कि गोण्डा के जिला अस्पताल में जीतेजी बीमार को स्ट्रेचर नहीं मिला। बुजुर्ग की जान गई, बेटे की गोद में दम तोड़ा फिर मृत्यु के बाद शव वाहन भी नहीं मिल सका। कहा कि रामनगरी के अस्पताल भी रामभरोसे हो गए हैं। अयोध्या में विशेषज्ञ चिकित्सक न होने से दिल के मरीजों का इलाज बाधित है।
गोरखपुर का बीबीडी अस्पताल भी खुद असुविधाओं का शिकार है। बेहतरीन इलाज की उम्मीद में प्रयागराज निवासी बलराम यादव अपने किडनी रोग पीड़ित 12 वर्ष के बच्चे को लेकर केजीएमयू आया वहां से उसे लाहिया संस्थान भेज दिया गया। वहां भी इलाज नहीं मिला तो पीजीआई में ओपीडी में दिखाया जहां डाक्टरों ने इलाज में मोटी रकम खर्च होने की बात कही तो निराश पिता वापस प्रयागराज लौट गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सस्ता और गुणवत्तापूर्ण इलाज का सपना उत्तर प्रदेश में सपना ही रह गया है। सरकारी अस्पतालों में बेड-वेंटिलेटर का खेल चल रहा है। मरीज हलकान होकर इधर से उधर भटकते रहते हैं। भाजपा सरकार की संवेदना जागती नहीं है। गरीब सड़क पर मरने को विवश है। मुख्यमंत्री जी के सभी दावे थोथे और खोखले नजर आते हैं।