श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा पहुंचे मुख्यमंत्री, जन्मभूमि पर किया दर्शन-पूजन
बांके बिहारी की कृपा से हो रहा देश में सांस्कृतिक-आध्यत्मिक विकास: सीएम योगी
वृंदावन में अन्नपूर्णा भोजनालय का सीएम ने किया शुभारंभ, संतों संग ग्रहण किया प्रसाद
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर प्रदेश की आध्यत्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। उन्होंने कहा है कि योगेश्वर कृष्ण की महान वाणी ‘परित्राणाय साधूनाम विनाशाय च दुष्कृताम’ हमारे विचारों और कार्यों का आधार है। आज हम सब जो कुछ भी करते हैं, उसके पीछे भगवान कृष्ण का उद्घोष, वाणी, मंत्र और उपदेश ही प्रेरणातत्व है।
जमाष्टमी के विशेष मौके पर विभिन्न प्रान्तों से ब्रज भूमि आए संतगणों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने सनातन सभ्यता की विरासत को नमन किया। उन्होंने कहा कि आज कोई सभ्यता 2700 वर्ष पुरानी है तो कोई 1400, 1700 अथवा 2000 साल पुरानी। यह सनातन सभ्यता-संस्कृति है जो आदिकाल से है।
भगवान श्रीकृष्ण का आगमन इसी धरा पर आज से करीब 5,000 वर्ष पहले हुआ था। यह ब्रज क्षेत्र की धरती है। यह वृंदावन है जहां लीलाएं घटित हुई थीं। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर से लेकर गुजरात व महाराष्ट्र तक भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं किसी न किसी स्वरूप में बसी हुई हैं। आज बांके बिहारी लाल जी की कृपा से ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से यहां की प्राचीन सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विरासत को अधुनातन विकास के मानकों के साथ अक्षुण्ण रखने का प्रयास हो रहा है।
मंचासीन संतगणों की गरिमामयी उपस्थिति को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने वृंदावन में संपन्न वैष्णव कुंभ के सफल आयोजन की स्मृतियां ताजा कीं तो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योग और प्रयागराज कुंभ जैसी भारत की महान विरासत को वैश्विक मंच पर ले जाने की कोशिशों का जिक्र भी किया। वहीं श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के जीर्णोद्धार के संदर्भ में कहा कि इस बार सावन में एक करोड़ श्रद्धालु काशी आए और बाबा का दर्शन-पूजन किया। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण पूर्ण होने के बाद सनातन आस्था और गौरवान्वित होगी।
मथुरा-वृंदावन की पवित्र भूमि से अपना गहरा लगाव प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं की पवित्र भावना को भी प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि यहां सिर पर गठरी लिए दूर दराज से श्रद्धालु आते हैं और सबकी एक ही इच्छा होती है कि अपने आराध्य को कुछ समर्पित करके उनके दर्शन का लाभ ले सकूं। श्रद्धालुओं की यह भावना ‘त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।’ के विचारों का ही प्रतिबिंब है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने संतगणों के साथ वृंदावन में ब्रज तीर्थ विकास परिषद और मंगलम परिवार न्यास द्वारा स्थापित अत्याधुनिक रसोई ‘अन्नपूर्णा भोजनालय’ का शुभारंभ भी किया और मुख्यमंत्री श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित कर स्वयं भी प्रसाद ग्रहण किया। इससे पहले सीएम योगी ने इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। विशेष मौके पर स्थानीय लोक कलाकारों के भाव-विभोर करने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी की गईं।