अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा महापौर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त की कुशल नेतृत्व में बेहतर कार्य शहर हित में किए जा रहे हैं, जिसको आगे बढ़ाते हुए शहर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। नगर आयुक्त के निर्देशानुसार स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में एसबीएम टीम धरातल पर बेहतर कार्य कर रही है। निगम की टीम ना केवल शहर के कचरे का निस्तारण करने में लगी हुई है, बल्कि नियमानुसार कार्य न करने वाले प्रतिष्ठानों को भी नियम से कार्य करने के लिए प्रेरित कर रही है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश द्वारा बताया गया कि नगर आयुक्त के निर्देशानुसार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमावली 2016 के नियम से कौशांबी की आवासीय सोसाइटी जो कि बल्क बेस्ट जनरेटर की कैटेगरी में आते हैं और उक्त सोसायटीओं द्वारा अपने कचरे का निस्तारण स्वयं करना था, जो कि इनके द्वारा नहीं किया जा रहा है। साथ ही गीले तथा सूखे कचरे का उत्सर्जन भी एक साथ कर रहे हैं जो नियम विरुद्ध है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 करोड़ रुपए की नोटिस संबंधित को दिए गए। साथ ही आगे से नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए प्रेरित किया गयाl
वसुंधरा जोन स्थित कौशांबी की गंगा,आम्रपाली, सुमेरू, गोवर्धन, विद्यांचल, कैलाश, त्रिशूल, कंचनजंगा, धौलागिरी, मलयागिरी तथा अन्य टावर व सोसाइटीओ को बल्क वेस्ट जनरेटर होने पर तथा अपने कचरे का निस्तारण नियम अनुसार स्वयं न करने पर नोटिस जारी किए गए।
गाजियाबाद नगर निगम द्वारा शहर के सभी प्रतिष्ठानों जोकि बल्क बेस्ट जनरेटर कैटेगरी में आते हैं। उनको अपील भी की गई है कि वह अपने कचरे का निस्तारण नियम अनुसार स्वयं करें तथा सूखे व गीले कचरे का निस्तारण अलग करें, जिससे ना केवल पर्यावरण को लाभ मिलेगा बल्कि शहर वासियों का भी हित होगाl