जेल में बंद होने के कारण आजम का प्रोटेम स्पीकर बनना कठिन
अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर पद को लेकर चल रही कवायद के बीच 17 वरिष्ठ विधायकों के नाम राज्यपाल को भेजे गए हैं। इसमें पहला नाम सपा विधायक आजम खान का है। इनके साथ ही भाजपा के सुरेश खन्ना, सपा के शिवपाल सिंह यादव, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के नाम वरिष्ठता क्रम में भेजे गये हैं। अब राज्यपाल जिनके नाम पर सहमति व्यक्त करेंगी वे ही प्रोटेम स्पीकर का दायित्व निभायेंगे।
विधानसभा सचिवालय की तरफ से राज्यपाल को भेजे गये नामों में शामिल आजम खान का प्रोटेम स्पीकर बनना कठिन है। वे कई मुकदमों में जेल में बंद हैं। इसकी संभावना भी नहीं है कि प्रदेश सरकार उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाने के लिए जेल से आने की छूट प्रदान करेंगी। इसके बाद यूपी में सबसे वरिष्ठ विधायक भाजपा के सुरेश खन्ना, रामपाल वर्मा, सपा के दुर्गा प्रसाद यादव और अवधेश प्रसाद हैं। ये चारों नवीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इतना ही नहीं, भाजपा के वरिष्ठ विधायक सतीश महाना, रमापति शास्त्री और जय प्रताप सिंह के नाम भी शामिल है। ये आठवीं बार विधानसभा पहुंचे हैं।
इनके साथ ही रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का भी नाम भेजा गया है। राजा भैया कुंडा से लगातार सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुए। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, इकबाल मैसूर के अलावा भाजपा के वरिष्ठ विधायक फतेह बहादुर सिंह का भी नाम भेजा गया है।
विधानसभा सचिवालय ने छठी बार विधायक बने शिवपाल यादव, फरीद महमूद किदवई और भाजपा नेता चेतराम का नाम भी राज्यपाल के पास भेजा गया है। अब प्रोटेम स्पीकर कौन बनेगा यह निर्णय राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को करना है।
प्रोटेम स्पीकर के कार्य
नए सदस्यों को शपथ दिलाना, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराना, फ्लोर टेस्ट करने का काम करना, स्थायी स्पीकर चुने जाने तक सदन की गतिविधियों को चलाना, सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का कार्य।