… जब वसूली को लेकर भिड़ गए नगर निगम के दो पार्षद
फूल वाली पार्टी को वैसे तू अनुशासित पार्टी के रूप में पहचाना जाता है लेकिन जब बात कमाई की हो तो सीनियरिटी, जूनियरटी और क्षेत्र की सीमाएं सब ताक रख दी जाती है। मंगलवार को एक ऐसा ही वाकया दरबारी लाल को सुनने को मिला। दरअसल शहर मंडल के एक स्थान पर साइकिल स्टैंड संचालक ने अपने परिसर में कुछ पटरी दुकानदारों को जगह दे रखी है जिससे वह वसूली करता है। इसका कुछ हिस्सा क्षेत्रीय पार्षद के पास भी पहुंचता है। मंगलवार को इन जनाब के पास एक महिला पार्षद भी पहुंच गई और साइकिल स्टैंड संचालक को जमकर धमकाया। फिर क्या था, स्टैंड संचालक ने भी अपने आका मैंबर साहब को फोन कर दिया और मौके पर पहुंचे मैंबर साहब ने महिला पार्षद को बताया कि वह उनका एरिया नहीं है। लेकिन मैडम को तो वसूली में से हिस्सा चाहिए था, इसलिए दोनों पार्षदों के बीच खूब कहा सुनी हुई, जो इस समय शहर मंडल में चर्चा का विषय बनी हुई।
… होली मिलन तो भाजपा वालों के हैं
होली का माहौल है तो जगह जगह होली मिलन समारोह का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें सामाजिक राजनीतिक लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। वहीं, इन होली मिलन समारोह में जहां सबसे ज्यादा संख्या फूल वाली पार्टी के नेताओं की नजर आ रही है। साइकिल वाली पार्टी के पदाधिकारी कहीं-कहीं दिखाई दे रहे हैं। इसी विषय पर चर्चा करते हुए दरबारी लाल ने साइकिल वाली पार्टी के एक पुराने नेता से पूछा आप आजकल नजर नहीं आ रहे हैं। नेता जी ने बताया कि चुनाव के दौरान हालत ऐसी हो गई कहीं जाने का मन ही नहीं करता। उन्होंने कहा कि यह जितने समारोह होली मिलन के हो रहे हैं सभी लगभग भाजपा द्वारा करवाए जा रहे हैं या उनके समर्थक है। ऐसे में जाना ना तो मन को भाएगा और ना ही अच्छा लगेगा। फिलहाल साइकिल वाली पार्टी के नेता जहां कड़ी मेहनत के बाद हार की गुत्थी नहीं सुलझा पा रहे हैं वही उन्हें प्रदेश में फूल वाली पार्टी की जीत पर अब भी विश्वास नहीं हो रहा। अब भले ही वे होली मिलन को भाजपा का कहे, जीत जिसकी होनी थी उसकी हो गई अब पछताने से क्या फायदा।
…दरबारी लाल
Raag Darbari….. Darbarilal….. Raagdarbari…..