Dainik Athah

नगर निगम कर्मचारियों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यालय पर किया प्रदर्शन

22 मार्च को नगर निगम की सभी यूनियनों ने दी हड़ताल की चेतावनी

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
नगर निगम कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर कर्मचारी कल्याणकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले नगर निगम मुख्यालय पर सोमवार को विशाल प्रदर्शन किया गया। नगर निगम की सभी यूनियनों ने एकजुट होकर चेतावनी दी कि अगर 21 मार्च तक समस्या का समाधान न किया गया तो 22 मार्च से हड़ताल की जाएगी। इस हड़ताल में नगर निगम के वाहन चालक, सफाई कर्मचारी, माली, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं अन्य कर्मचारियों शामिल होंगे। कर्मचारियों ने इस संबंध में पांच सूत्रीय ज्ञापन अपर नगरायुक्त अरुण यादव को सौंपते हुए मांग की कि नगर निगम प्रशासन कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेकर उसका समाधान करें। 

कर्मचारी कल्याणकारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक रामभूल धीगांन ने कहा कि नगर निगम गाजियाबाद के वसुन्धरा जोन की सफाई व्यवस्था का कार्य नगर निगम प्रशासन द्वारा ठेकेदार के माध्यम से एक मार्च से कराया जा रहा है, जिसका संयुक्त मोर्चा पुरजोर विरोध करता है। इस संदर्भ में संयुक्त मोर्चा ने महापौर से वार्ता की। महापौर द्वारा मौखिक रूप से नगर स्वास्थ्य अधिकारी को आदेशित किया कि ठेका वसुन्धरा जोन को खारिज किया जाता है और पूर्व की भांति वहां कार्य किया जायेगा। नगर निगम गाजियाबाद में कार्यरत नगर निगम के अपने डोर टू डोर कलैक्शन वाहनों का संचालन नगर निगम प्रशासन द्वारा एक जोन में भेजकर कराया जा रहा है, जबकि पूर्व में डोर टू डोर टू कलेक्शन वाहनों को संचालन जोन वार कराया जा रहा था एवं रोड स्वीपिंग मशीनों का संचालन नगर निगम द्वारा कराया जा रहा था, उसे ठेकेदार को दे दिया गया है। कर्मचारियों ने मांग की कि इस कार्उय को पूर्व की भांति नगर निगम अपने स्तर से कराए। नगर निगम प्रशासन अपने वाहन चालकों से कार्य करायें। पूर्व की भांति नगर निगम प्रशासन वाहनों का संचालन नगर निगम के वाहन चालकों से कराया जाये।

उन्होंने कहा कि नगर निगम गाजियाबाद में कार्यरत शहरी आजीविका केन्द्र (सीएलसी) कम्पनी के माध्यम से नगर निगम प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की आपूर्ति की जा रही है। यह फर्म कर्मचारियों का भरपूर शोषण कर रही है। न तो समय से वेतन का भुगतान करती है, न कर्मचारियों का समय से खाते में पीएफ जमा करती है और न ही कर्मचारियों को ईएसआई की सुविधा दी जा रही है।

यह कम्पनी चार-चार माह कर्मचारियों का वेतन नहीं देती है और चार माह में दो माह का वेतन तब दिया जाता है, जब कर्मचारियों कम्पनी के आफिस में निरन्तर चक्कर लगाती है और कर्मचारियों को यह नहीं पता कि उसे कौन से माह का वेतन दिया जा रहा है सीएलसी को यहां से हटा दिया जाये। नगर निगम गाजियाबाद में कार्यरत समस्त बोर्ड प्रस्ताव कर्मचारियों वाहन चालक, सफाई कर्मचारियों, माली, गैंगमेन, कम्प्यूटर आपरेटर एवं अन्य कर्मचारियों की वेतन वृद्धि अतिशीघ्र की जाये। तत्काल समस्त कर्मचारियों की वेतन वृद्धि अन्य कर्मचारियों की गयी वेतन वृद्धि इसी माह से भुगतान किया जाये।

नगर निगम गाजियाबाद प्रशासन द्वारा समस्त विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के रिक्त पदों पर डीपीसी अतिशीघ्र की जाये एवं मृतक आश्रितों की नियुक्ति हेतु जो कमेटी गठित की गयी है, उसे तत्काल निरस्त कर पूर्व की भांति मृतक आश्रिकों की नियुक्ति की व्यवस्था बहाल की जाये। संयुक्त मोर्चा ने चेतावनी दी है कि अगर 21 मार्च को समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो 22 मार्च से संयुक्त मोर्चा के कर्मचारी काम बंद हड़ताल करेंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी नगर निगम गाजियाबाद प्रशासन की होगी।

प्रदर्शन में चौ० नैन सिंह, चौ० अजीत सिंह, सलीम अब्बासी, संजय चड्ढा, भीम सिंह, संजय टांक, मनोज मकवाना, अशोक मकवाना, ओम पार्चा, राजेश चौहान, राहुल चौहान, सतेन्द्र कांगड़ा, सतीश पार्चा, नरेश चारण, अशोक गहलौत, धर्मेन्द्र मेहरा, जितेन्द्र सूद, शक्ति जीनवाल, जोनी जीनवाल, देवेन्द्र वैध, संजय टांक (नासिरपुर), किरन पाल सिंगौते, सतीश ढिलोर, रतेन्द्र चौहान, आजाद बाल्मीकि, मनोज धिगांन, सोनू सूद, सुभाषचन्द आदि मौजूद रहे। 

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