बस्तों से पांच सौ रुपये ही कम कर दिये!
बात फूल वाली पार्टी की है। एक प्रत्याशी ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को बस्ते के लिए प्रति बस्ता एक- एक हजार रुपये दिये। लेकिन बस्ते जब बूथ वाले कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे तो मिले मात्र पांच पांच सौ रुपये। इसको लेकर पार्टी में चर्चा जोरों पर है कि पार्टी के जिम्मेदारों ने ही आधे पैसे अपनी जेब में डाल लिये। इसको लेकर संगठन के लोगों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक कार्यकर्ता ने दरबारी लाल से कहा जब संगठन के लोग ऐसा करेंगे तो बेचारा प्रत्याशी क्या करेगा। आखिर जिम्मेदारी तो संगठन वालों ने ही संभाली हुई है। दरबारी लाल ने खोजबीन की तो पता चला कि कार्यालय से बस्ता बाहर निकलने के बाद ही बेचारे बूथ वालों के साथ खेल हो गया।
… जब चुनाव के दौरान पार्टी कार्यकतार्ओं के सामने पैदा हो गई अजीब स्थिति
चुनाव आयोग की वजह से गुरुवार को हुए मतदान के दौरान मतदान केंद्रों पर एक अजीब सी स्थिति पैदा हो गई। मतदान करने के लिए मोबाइल साथ लाएं लोगों ने फोन अपनी पहचान वाले राजनीतिक दलों के कार्यकतार्ओं को सौंप दिया। जिसकी वजह से पार्टी कार्यकतार्ओं के हाथ में मोबाइलों का ढेर लग गया। इसी बीच ऐसी पार्टी कार्यकतार्ओं से चुटकी लेने वालों की भी कमी नहीं रही किसी ने मोबाइलों को देखकर कहा कि ‘अब चोरी चकारी का कार्य शुरू कर दिया है क्या’ और किसी ने ‘कितने का मोबाइल दोगे’ जैसी टिप्पणी से पार्टी कार्यकतार्ओं को परेशान कर दिया। चुटकीबाजों की इस हरकत को देखकर दरबारी लाल भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सका।
…..दरबारी लाल
Raag Darbari