प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का कोरोना को लेकर आज की बैठक में उठाया गया कदम निश्चित ही प्रदेश के भले के लिए है । इस निर्णय से प्रदेश में निजी अस्पताल एवं होटल प्रबंधन के बीच जिस प्रकार सांठगांठ से कोरोना मरीजों को लूटा जा रहा था उसके ऊपर भी रोक लगेगी। इस निर्णय के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को साधुवाद। पिछले लंबे अर्से से कोरोना मरीज होटल वे निजी अस्पतालों के चक्रव्यूह में फंस कर प्रतिदिन लाखों रुपए का भुगतान इन्हें कर रहे थे। गाजियाबाद जैसे शहर में निजी अस्पताल वह होटल की सांठगांठ बहुत जोरों पर है। लेकिन जिस प्रकार योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज निर्णय लिया है उससे इनकी लूट के ऊपर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा। होम आइसोलेशन के साथ ही योगी सरकार ने जिस प्रकार दो बेडरूम वाले कमरे एवं एक बेडरूम वाले कमरे की होटल व रिजार्ट की दरें निर्धारित की है उससे मध्यम वर्ग के कोरोना मरीजों को निश्चित ही राहत मिलेगी व लाखों रुपए प्रतिदिन की लूट से छुटकारा मिल पाएगा। आज सुबह ही मेरे एक अभिन्न मित्र का फोन आया, वह मित्र निजी अस्पतालों वह होटलों के गठजोड़ पर आगबबूला था । लेकिन योगी सरकार के आज के इस निर्णय से मेरा वह मित्र भी खुश होगा। योगी सरकार ने जिस प्रकार होम आइसोलेशन को मंजूरी प्रदान की है उससे गरीब, अमीर व मध्यम वर्ग के कोरोना मरीजों को अपने घर व परिवार के साथ रहने की छूट मिल सकेगी इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती होने अथवा कोविड-19 एल 1 या एल 2 मैं भर्ती होने पर जो समस्याएं सामने आती थी उससे भी वह बच सकेगा। इसका सबसे बड़ा लाभ सरकार को यह होगा कि उसे कोरोना मरीजों पर जितना खर्च करना पड़ रहा था उससे भी निजात मिल सकेगी।