जेपी नड्डा- प्रधान ने प्रदेश नेतृत्व से पूछा आखिर क्यों गये शुक्ला
संजीव बालियान ने उठाया मनोज धामा को जेल भेजने का मुद्दा
प्रदेश नेतृत्व से पूछा, आखिर क्यों सम्मान नहीं हुआ पुराने कार्यकर्ताओं का
अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली। भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष केके शुक्ला का पार्टी छोड़कर गाजियाबाद शहर सीट से बसपा प्रत्याशी बनने पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने जब पार्टी नेतृत्व से सवाल किये तब नेतृत्व बगले झांकने लगा। इतना ही नहीं लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा को फर्जी मुकदमें में फंसा कर जेल भेजने का मुद्दा केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने उठाया।
भाजपा सूत्रों के अनुसार दो दिन पूर्व दिल्ली में यूपी में टिकट बंटवारे के लिए मंथन बैठक थी। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। बैठक में दोनों नेताओं ने गाजियाबाद शहर सीट का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश नेतृत्व से सवाल किया कि केके शुक्ला आखिर पार्टी छोड़कर क्यों गये। इस पर प्रदेश के नेताओं ने तर्क देने शुरू किये। लेकिन उन तर्कों को नकार दिया गया। इस दौरान पूछा गया कि पुराने कार्यकर्ताओं को आखिर सम्मान क्यों नहीं दिया गया। इसके साथ ही कहा गया कि सरकार में निगमों के चेयरमैन समेत प्रमुख पदों पर आखिर पुराने कार्यकर्ताओं का समायोजन क्यों नहीं हो रहा। इसको लेकर प्रदेश के प्रमुख नेताओं को ने तर्क रखे तो उन्हें भी झिड़की मिली।
भाजपा सूत्रों के अनुसार केके शुक्ला के मुद्दे को लेकर बैठक में एक प्रकार से तनाव उत्पन्न हो गया था। इस स्थिति में एक- दो लोग चाय पीने के लिए उठे जिससे माहौल कुछ शांत हो सके। लेकिन इसी बीच केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बाालियान ने लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति पार्टी के लिए समर्पित रहा है उसे अपनी ही पार्टी के एक विधायक के इशारे पर झूठे में मुकदमें में जेल भेज दिया गया। आखिर प्रदेश के नेता एवं सरकार कर क्या रहे थे। लेकिन इस मुद्दे पर भी चुप्पी रही।
भाजपा सूत्र बताते हैं कि दो दिन पहले हुई बैठक में गाजियाबाद के दो मुद्दों ने प्रदेश के नेताओं को बेचैन कर दिया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, संघ से अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक कुमार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री के साथ ही अन्य प्रमुख नेता थे।