पूर्व विधायक के निशाने पर केके साथ ही बलदेव राज
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भाजपा के पूर्व विधायक रूप चौधरी के निशाने पर केके शुक्ला के बहाने अब पूर्व में सांसद प्रतिनिधि रह चुके बलदेव राज शर्मा भी आ गये हैं।
रूप चौधरी पत्रकार भी रह चुके हैं। शायद यहीं कारण है कि वे अपने मन में आयी बात को रोक नहीं सकते। वे घुमा फिराकर नहीं अपनी बात सीधी कहते हैं।
भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष केके शुक्ला के गाजियाबाद शहर सीट से बसपा प्रत्याशी बनने पर पूर्व विधायक रूप चौधरी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक पोस्ट की है जो भाजपा में चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने लिखा इसे ही राजनीति कहते हैं जी … योगी जी की सरकार बनने के बाद शुक्ला जी भी माफी मांगकर वापस भाजपा में आ जायेंगे … उनके संघ रक्षक व प्रदेश के बड़े नेता, भारी भरकम नेता, विधायक, वकील तो अभी भी पार्टी में मजबूत है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा इससे पहले बलदेव राज शर्मा भी भाजपा में अनेक पदों पर रहने के बाद बसपा की शोभा बढ़ा चुके हैं। बहनजी की दुत्कार/सत्कार प्राप्त करने के बाद वे फिर भाजपा में आ गये थे और पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह जी के सांसद प्रतिनिधि रहे व आज भी दर्जा प्राप्त मंत्री पद पाकर भरपूर राजयोग भोग रहे हैं। उन्होंने कहा लगता है नैतिकता, शुचिता व सिद्धांत शायद छुट्टी पर चले गये थे।
रूप चौधरी की इस पोस्ट की शहर में चर्चा जोरों पर है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि रूप चौधरी ने बात तो पते की कही है। इन दिनों जो नेता है उनमें इतना स्पष्ट कहने का सामर्थ्य नहीं है। लेकिन वे लोनी क्षेत्र की पूर्व जिला पंचायत लक्ष्मी मावी एवं उनके पति पवन मावी का नाम भूल गये। वे भी माफी मांग कर पिछले दिनों ही भाजपा में वापस लौटे हैं।